लोकसभा चुनाव 2019: पश्चिम बंगाल में बीजेपी के 2 उम्मीदवारों पर हमला, जांच में जुटी पुलिस
पश्चिम बंगाल में सोमवार को लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के दौरान एकबार फिर हिसा की खबरें आ रही हैं. भाजपा उम्मीदवारों पर हमले, ईवीएम तोड़ने, बम फेंकने और विभिन्न जगहों से बड़े पैमाने पर डराने-धमकाने की रपटें मिल रही हैं....
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सोमवार को लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के दौरान एकबार फिर हिसा की खबरें आ रही हैं. भाजपा उम्मीदवारों पर हमले, ईवीएम तोड़ने, बम फेंकने और विभिन्न जगहों से बड़े पैमाने पर डराने-धमकाने की रपटें मिल रही हैं. बैरकपुर से बीजेपी प्रत्याशी अर्जुन सिंह (Arjun Singh) को कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के हमले में चेहरे पर चोटें आई हैं, जबकि हुगली से पार्टी उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी की कार को कथित रूप से तृणमूल कार्यकर्ताओं ने निशाना बनाया.
यहां हो रहे सात संसदीय सीटों पर मतदान के दौरान कुछ मीडिया संस्थानों के वाहन भी हिंसा की चपेट में आ गए. उत्तर 24 परगना के बैरकपुर में हिंसा की घटना हुई, जहां पूर्व रेल मंत्री और मौजूदा तृणमूल सांसद दिनेश त्रिवेदी अपने पूर्व 'चुनाव-प्रबंधक' अर्जुन सिंह का सामना कर रहे हैं, जो तृणमूल नेतृत्व द्वारा टिकट नहीं मिलने के बाद मार्च में भाजपा में शामिल हो गए थे.
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संसदीय क्षेत्र के आमडंगा इलाके में एक मतदान केंद्र के बाहर तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के कथित हमले में सिंह के चहेरे पर चोटें आई हैं. सिंह के आरोप पर, त्रिवेदी ने कहा, "मीडिया सच्चाई को कैद करेगा और चुनाव आयोग नजर रखेगा. इसके अलावा सिंह एक बाहुबली हैं, उनपर कोई कैसे हमला कर सकता है." नैहाटी में, सिंह का तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पीछा किया और 'अर्जुन सिह वापस जाओ' के नारे लगाए. उन्हें पता चला था कि कुछ मतदाताओं को कथित रूप से डराया धमकाया जा रहा है, जिसके बाद वह वहां पहुंचे थे.
न केवल नैहाटी में, बल्कि सिंह जिस भी मतदान केंद्र पर गए, तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और उनके खिलाफ प्रदर्शन किया, जिससे व्यवधान उत्पन्न हो गया. हुगली लोकसभा सीट के धानेखाली में, बूथ नंबर 159 के पास तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भाजपा उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी के कार को कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया. इसी जगह पर ईवीएम को भी तोड़े जाने की खबर है.
सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान में व्यवधान उत्पन्न करने की रपटें मिलने के बाद चटर्जी बूथ पर पहुंची थीं, जिसके बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया. जैसे ही चटर्जी अपनी कार में बैठकर बूथ से रवाना हुईं, बदमाशों ने बांस और लाठियों से उनकी कार को क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं चटर्जी के वाहन के पास खड़े मीडियाकर्मियों की कारें भी इस हमले की चपेट में आ गईं.
इससे पहले चटर्जी ने आरोप लगाया था कि धानेखाली के हर मतदाता केंद्र के अंदर तृणमूल का एक एजेंट है, जबकि उनकी पार्टी के एजेंटों को मतदान केंद्र के अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है. इसबीच, बनगांव संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत हिमली में मोटरसाइकिल सवार बदमाशों द्वारा बम फेंके जाने की घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया. इस घटना में एक तृणमूल कार्यकर्ता के सिर में चोट लग गई. पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यह घटना भाजपा उम्मीदवार शांतनु ठाकुर के क्षेत्र आने के तुरंत बाद हुई.
बनगांव क्षेत्र के ही गायेशपुर में, केंद्रीय बलों को कुछ मतदान केंद्रों के बाहर भीड़ को तितर-बितर करते देखा गया. यहां केंद्रीय बलों ने स्थानीय लोगों के घरों में छुपने का प्रयास कर रहे बाहरी लोगों को भी पकड़ लिया. एक आश्चर्यजनक घटना के अंतर्गत, बैरकपुर क्षेत्र के बीजपुर में मतदाताओं को कुछ तकनीकी खराबी की वजह से दोबारा मतदान करने के लिए बुलाया गया. पीठासीन अधिकारी ने कहा कि पहले अवसर में, मतदान गलती से बिना मॉक चुनाव नतीजे को मिटाए ही शुरू कर दिया गया था.
आरामबाग लोकसभा क्षेत्र के तारकेश्वर में एक मतदान केंद्र में, एक स्थानीय तृणमूल नेता को मतदाताओं को प्रभाव में लेने की कोशिश करते और लगातार मतदान केंद्र के अंदर और बाहर जाते देखा गया. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, उस मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी को तत्काल हटा दिया गया.