लोकसभा चुनाव 2019: हरिद्वार में राहुल गांधी ने साधा पीएम मोदी पर निशाना, बोले- आडवाणी जी को स्टेज से लात मारकर उतारा
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी हिंदू धर्म की बात करते हैं. हिंदू धर्म में सबसे जरूरी चीज गुरु होता है. लालकृष्ण आडवाणी जी नरेंद्र मोदी के गुरु हैं. आडवाणी जी की हालत देखी है आपने? आडवाणी जी को स्टेज से लात मारकर उतार दिया गया है.
हरिद्वार: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) की उल्टी गिनती शुरु हो गई है और इसी के साथ राजनीतिक पार्टियों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है. देवभूमि उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में शनिवार को एक चुनावी रैली (Election Campaign) को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress President Rahul Gandhi) ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने इस चुनावी रैली में पीएम मोदी को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है.
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी हिंदू धर्म की बात करते हैं. हिंदू धर्म में सबसे जरूरी चीज गुरु होता है. लालकृष्ण आडवाणी (Lalkrishna Advani) जी नरेंद्र मोदी के गुरु हैं. आडवाणी जी की हालत देखी है आपने? आडवाणी जी को स्टेज से लात मारकर उतार दिया गया है.
बता दें कि राहुल गांधी ने यह विवादित बयान पहली बार नहीं दिया है, बल्कि इससे पहले भी महाराष्ट्र में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी ने आडवाणी जी को जूता मारकर स्टेज से उतार दिया था. राहुल के इस बयान के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके राहुल को मर्यादा न लांघने की नसीहत दी थी. उन्होंने कहा था कि आडवाणी जी हमारे पिता तुल्य हैं, कृपया मर्यादा में रहने की कोशिश करें. यह भी पढ़ें: राहुल गांधी का पीएम मोदी पर बड़ा हमला, कहा-मोदी और RSS कर रहे है दक्षिण की संस्कृति पर हमला
गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में दिल की बात लिखी थी, जिसके बाद राहुल ने पीएम मोदी को निशाने लेते हुए यह बयान दिया. वहीं, दिल्ली के तालकटोरी स्टेडियम में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें देश की नई परिभाषा सिखाने की कोशिश की जा रही है. एक ओर जहां लोगों के साथ जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि यह नहीं होने दिया जाएगा.