Kerala Gold Smuggling Case: के. टी. जलील के इस्तीफे की मांग को लेकर केरल स्टूडेंट्स यूनियन का प्रदर्शन, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए वाटर कैनन किया इस्तेमाल

केरल गोल्‍ड स्‍मगलिंग मामले (Kerala Gold Smuggling Case) को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विरोधी दलों ने मौजूदा पिनराई सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसमें बीजेपी, कांग्रेस सभी शामिल है. इनकी मांग है कि राज्य मंत्री के.टी. जलील (K. T. Jaleel) के इस्तीफा दें. इस मांग को लेकर रोज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है. इसी कड़ी में केरल स्टूडेंट्स यूनियन (KSU) के सदस्यों ने सोमवार को गोल्ड की तस्करी मामले में अपनी कथित संलिप्तता को लेकर राज्य मंत्री केटी जेलेल के इस्तीफे की मांग को लेकर तिरुवनंतपुरम में एक विरोध मार्च निकाला. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.

गोल्ड स्मगलिंग केस में विरोध करते लोग ( फोटो क्रेडिट- ANI)

केरल गोल्‍ड स्‍मगलिंग मामले (Kerala Gold Smuggling Case) को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विरोधी दलों ने मौजूदा पिनराई सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसमें बीजेपी, कांग्रेस सभी शामिल है. इनकी मांग है कि राज्य मंत्री के.टी. जलील (K. T. Jaleel) के इस्तीफा दें. इस मांग को लेकर रोज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है. इसी कड़ी में केरल स्टूडेंट्स यूनियन (KSU) के सदस्यों ने सोमवार को गोल्ड की तस्करी मामले में अपनी कथित संलिप्तता को लेकर राज्य मंत्री केटी जेलेल के इस्तीफे की मांग को लेकर तिरुवनंतपुरम में एक विरोध मार्च निकाला. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में इस मामले में जलील का बयान दर्ज किया था, जिसके बाद उनके खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए. राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन रविवार को भी देखा गया था. जहां कांग्रेस और बीजेपी के उनके इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किये, जबकि वहीं माकपा की प्रदेश इकाई ने केंद्रीय जांच एजेंसी की आलोचना करते हुए कहा कि उसका राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है.

ANI का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि गोल्ड स्मलिंग केस तब सामने आया था जब तिरुवनंतपुरम में यूएई कांसुलेट के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को कस्टम के अधिकारियों ने 30 किलो सोना दुबई से केरल लाने में मदद करने के आरोप में पकड़ा था. ये मामला तब और बड़ा हो गया जब कांसुलेट की एक और पूर्व कर्मचारी स्वपना सुरेश, जो केरल सरकार की आईटी विभाग में पदस्थ थी, का नाम आया. उसका मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रमुख सचिव एम. शिवशंकर से भी लिंक सामने आया था.

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