कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार से 2 निर्दलीयों ने वापस लिया समर्थन, CM कुमारस्वामी बोले- जानता हूं अपनी ताकत
दो निर्दलीय विधायकों ने कुमारस्वामी सरकार से वापस लिया समर्थन (Photo Credits: ANI)

कर्नाटक (Karnataka) में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप-प्रत्यारोप के बीच एच. डी. कुमारस्वामी (H. D. Kumaraswamy) सरकार को झटका लगा है. कांग्रेस - जेडीएस गठबंधन (Congress-JDS Alliance) वाली सरकार से दो निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को समर्थन वापस ले लिया है. निर्दलीय विधायक एच. नागेश (H. Nagesh) और आर. शंकर (R. Shankar) ने कुमारस्वामी सरकार से नाराजगी का इजहार करते हुए समर्थन वापसी की घोषणा की है. दो निर्दलीय विधायकों के सरकार से समर्थन वापसी पर मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा कि अगर दो विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है तो संख्या क्या होगी? मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं. मैं अपनी ताकत जानता हूं. पिछले सप्ताह से मीडिया में जो कुछ भी हो रहा है, मैं उसका आनंद ले रहा हूं.

कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद निर्दलीय विधायक आर. शंकर ने कहा कि आज मकर संक्रांति है. इस दिन हम सरकार में बदलाव चाहते हैं. सरकार कुशल होनी चाहिए, इसलिए मैं आज कर्नाटक सरकार से अपना समर्थन वापस ले रहा हूं. वहीं, निर्दलीय विधायक एच. नागेश ने कहा कि गठबंधन सरकार को मेरा समर्थन अच्छा और स्थिर सरकार प्रदान करना था जो पूरी तरह से विफल रहा. गठबंधन के सहयोगियों के बीच कोई समझ नहीं है. इसलिए, मैंने बीजेपी के साथ स्थिर सरकार स्थापित करने का फैसला किया है.

दो निर्दलीय विधायकों के सरकार से समर्थन वापसी पर कर्नाटक के उप-मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस नेता जी. परमेश्‍वर ने कहा कि हम यह कहते रहे हैं कि बीजेपी हमारे विधायकों को पैसे और शक्ति के माध्यम से लुभा रही है, लेकिन सरकार को अस्थिर करने के उनके प्रयास विफल होंगे. हमारी सरकार स्थिर है. कर्नाटक सरकार में मंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा कि हमारी सरकार स्थिर है. यह सीएम एच. डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व में पूरे पांच साल चलेगी. यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में 'जय किसान ऋण मुक्ति योजना' के तहत कर्जमाफी शुरू, सीएम कमलनाथ ने कहा- 55 लाख किसानों को होगा फायदा

उधर, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि कर्नाटक के बीजेपी नेताओं को राज्य सरकार को 'अस्थिर' करने की अनुमति क्यों दी जा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, "मिस्टर साफ नीयत' नरेंद्र मोदी, क्या कर्नाटक के अपने बुरे बीजेपी के नेताओं को सरकार को अस्थिर करने की अनुमति देना लोकतंत्र के प्रति एक 'साफ' नीयत है?" उन्होंने कहा, "आपके जनसंपर्क नारे आपकी वास्तविक 'नीयत' को छिपाते नहीं हैं और आपके 'सही विकास' को रिसॉर्ट विकसित करने से परे जाना चाहिए. सबसे पहले लोगों को अपनी नीयत दिखाएं."