कर्नाटक की राजनीति के लिए आज का दिन अहम, BJP कर सकती है बड़ा उलटफेर, सीएम येदियुरप्पा ने दिए संकेत

कर्नाटक (Karnataka) में बीजेपी (BJP) आलाकमान के नेतृत्व परिवर्तन पर फैसला लेने की उम्मीद के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कहा कि आज शाम तक आलाकमान से सुझाव मिलने की उम्मीद है. वरिष्ठ बीजेपी नेता ने मीडिया से कहा कि आलाकमान इस बारे में फैसला करेगा, मुझे दलित सीएम की नियुक्ति पर कोई चिंता नहीं है.

बीएस येदियुरप्पा (Photo Credits: IANS)

बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) में बीजेपी (BJP) आलाकमान के नेतृत्व परिवर्तन पर फैसला लेने की उम्मीद के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कहा कि आज शाम तक आलाकमान से सुझाव मिलने की उम्मीद है. वरिष्ठ बीजेपी नेता ने मीडिया से कहा कि आलाकमान इस बारे में फैसला करेगा, मुझे दलित सीएम की नियुक्ति पर कोई चिंता नहीं है. येदियुरप्पा ने पहले ही घोषणा की थी कि वह पार्टी नेतृत्व के हर निर्देश का पालन करेंगे. हाल ही में येदियुरप्पा ने कहा था कि वह दो महीने पहले ही सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार थे. इसलिए उन्हें कोई दबाव नहीं है और न ही उन्हें इस बारे में तनाव है. कर्नाटक के मंत्री निरानी ने येदियुरप्पा को हटाने के लिए गोलबंदी से इनकार किया

सूबे के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया जाएगा पर कहा “ये सिर्फ अटकलें हैं, कुछ भी आधिकारिक नहीं है. मैं किसी भी अटकलबाजी का जवाब नहीं देना चाहता.” 26 जुलाई को येदियुरप्पा का सीएम के तौर पर दो साल का कार्यालय पूरा हो रहा है.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने गुरुवार को कहा कि वह राज्य का दौरा जारी रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि बीजेपी 2023 के विधानसभा चुनावों में कर्नाटक को बरकरार रखे और 2024 के आम चुनावों में भी 25 सीटें जीतें. वह 10-15 साल पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे. येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी आलाकमान की ओर से अभी तक इस बारे में कोई संदेश नहीं आया है.

उन्होंने तब कहा था, मैं अभी भी 25 जुलाई (रविवार शाम) को उनके निर्देशों का इंतजार कर रहा हूं. उस दिन (रविवार) को सब कुछ साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि वह पार्टी आलाकमान के फैसले का पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से दोनों परिदृश्यों (मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ-साथ) के लिए मानसिक रूप से तैयार थे क्योंकि सब कुछ 25 जुलाई को पार्टी के फैसले पर निर्भर करता है. हालांकि उनके समर्थन में लिंगायत संतों का कर्नाटक में प्रदर्शन जारी है.

कर्नाटक सरकार में नेतृत्व परिवर्तन संभावित है, लेकिन बीजेपी आलाकमान ने अभी तक येदियुरप्पा का उत्तराधिकारी तय नहीं किया है. हालांकि, आलाकमान कर्नाटक प्रांत (क्षेत्र) की आरएसएस इकाई के परामर्श से तैयार की गई अंतिम सूची में से तीन उम्मीदवारों पर विचार कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, अंतिम सूची में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी, राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि, विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बसवनगौड़ा पाटिल यतनाल, विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी, खनन मंत्री मुरुगेश निरानी और विधायक अरविंद बेलाड का नाम है. राष्ट्रीय संगठन सचिव बीएल संतोष का नाम भी चर्चा में है.

आलाकमान कर्नाटक में विभिन्न संभावनाओं के बारे में सोच रहा है, क्योंकि इसे दक्षिण भारत का प्रवेशद्वार कहा जा रहा है. इसमें जाति, क्षेत्र, हिंदुत्व सिद्धांतों के प्रति निष्ठा, पार्टी को येदियुरप्पा के साये से बाहर निकालने की क्षमता आदि शामिल हैं. पार्टी 2023 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव को जीतने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है. रणनीति मुख्यमंत्री के रूप में एक ऐसे उम्मीदवार को स्थापित करने की है, जो जाति की राजनीति को काट सकता है और सभी जातियों को हिंदुत्व की छतरी के नीचे ला सकता है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी बीजेपी के लिंगायत विधायक अरविंद बेलाड, गृहमंत्री बसवराज बोम्मई और राष्ट्रीय संगठन सचिव बीएल संतोष के नाम पर भी विचार किया. हालांकि, पार्टी किसी नए चेहरे की घोषणा करे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने अन्य राज्यों में ऐसा प्रयोग किया है.

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