मध्यप्रदेश सियासी संकट: कमलनाथ का बीजेपी पर हमला, कहा- पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिकारों का दमन कर रही है
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिकारों के दमन का बुधवार को आरोप लगाया है, साथ ही कहा है कि बीजेपी द्वारा गंदा खेल, खेला जा रहा है.
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिकारों के दमन का बुधवार को आरोप लगाया है, साथ ही कहा है कि बीजेपी द्वारा गंदा खेल, खेला जा रहा है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) सहित अन्य कांग्रेस नेताओं को बेंगलुरू में बागी विधायकों से मुलाकात न करने देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और ट्वीट किया, "बेंगलुरू में बीजेपी द्वारा बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों से मिलने गए कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना, उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह तानाशाही व हिटलरशाही है."
बेंगलुरू से सामने आ रहे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा, "पूरा देश आज देख रहा है कि एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए किस प्रकार से बीजेपी द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है. क्यों विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, आखिर किस बात का डर बीजेपी को है?" उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी द्वारा एक गंदा खेल प्रदेश में खेला जा रहा है. लोकतांत्रिक मूल्यों, संवैधानिक मूल्यों व अधिकारों का दमन किया जा रहा है. यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखा पत्र, कहा- बंदी बनाए गए 16 विधायकों को आजाद होने दीजिए
मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है, "हिरासत में लिए गए हमारे नेताओं को शीघ्र रिहा किया जाए और बंधक विधायकों से मिलने की इजाजत दी जाए. न अभी बीजेपी के पास बहुमत है, न शिवराज सिंह को बीजेपी विधायक दल ने अपना नेता चुना है, न बीजेपी की सरकार बनी है, न कभी बनेगी, लेकिन शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री बनने के लिए हड़बड़ाहट, बेचैनी पूरा प्रदेश देख रहा है."
बीजेपी के नेताओं पर बेचैनी का आरोप लगाते हुए कहा, "किस प्रकार सत्ता के लिए वे बेचैन हो रहे हैं. उन्हें नींद नहीं आ रही है, दिन में भी मुख्यमंत्री पद के सपने देख रहे हैं. अधिकारियों को धमका रहे हैं. उनकी स्थिति पर मुझे तरस आ रहा है."