इंदौर (मध्यप्रदेश). सोशल मीडिया पर शुक्रवार को सामने आये भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के वीडियो पर विवाद खड़ा हो गया है. इस वीडियो में विजयवर्गीय अपने इस गृहनगर में सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर धमकाते हुए यह कहते सुनायी पड़ रहे हैं कि "हमारे संघ के पदाधिकारी (यहां) हैं, नहीं तो आज आग लगा देता इंदौर में."भाजपा महासचिव का यह वीडियो तब सामने आया है, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आंतरिक बैठकों के लिये संगठन के प्रमुख मोहन भागवत और इसके अन्य शीर्ष पदाधिकारी शहर में ही हैं.
चश्मदीद लोगों ने बताया कि यह वीडियो विजयवर्गीय की अगुवाई में भाजपा के स्थानीय जन प्रतिनिधियों के रेसीडेंसी क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर किये गये धरना-प्रदर्शन का है. इस दौरान विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि प्रशासन शहर में विकास के नाम पर पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई कर रहा है. इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को सीधी चर्चा के लिये बुलाया था. लेकिन वे नहीं आये। बाद में जब कुछ कनिष्ठ सरकारी अधिकारी प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे, तो विजयवर्गीय ने आला अफसरों के रवैये पर तीखी नाराजगी जाहिर की. यह भी पढ़े-बैट कांड: कैलाश विजयवर्गीय ने सरकारी कर्मचारी से मारपीट को लेकर किया बेटे का बचाव, कहा- 'कच्चे खिलाड़ी हैं आकाश'
कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा-बेटा बल्लामार- बाप आगबाज
बेटा बल्लामार- बाप आगबाज..!
सुनिये ! इंदौर में माफियाओं पर जारी कार्रवाई से तिलमिलाये भाजपा के महासचिव इंदौर शहर को आग लगाने की धमकी देते हुये..!
—पश्चिम बंगाल का अनुभव सर चढ़कर बोल रहा है..?
कैलाश जी,
किसी मुग़ालते में मत रहना,
अब शिवराज का सर्कस नही, कमलनाथ की सरकार है। pic.twitter.com/b41aS3nK71
— MP Congress (@INCMP) January 3, 2020
वायरल वीडियो में विजयवर्गीय कहते सुनायी पड़ रहे हैं, "क्या वे (आला अधिकारी) इतने बड़े हो गये? क्या उनकी इतनी औकात हो गयी? अधिकारियों को समझना चाहिये कि वे जनता के नौकर हैं."क्रोधित विजयवर्गीय को शांत करने की कोशिश करते हुए एक प्रशासनिक अधिकारी भाजपा महासचिव से कहते सुनायी पड़ रहे हैं कि आला अफसरों से भाजपा नेताओं के पत्र व्यवहार के बारे में उसे न तो कोई जानकारी है, न ही उससे किसी तरह की चर्चा की गयी है.
बिफरे विजयवर्गीय वीडियो में आगे कहते सुनायी पड़ रहे हैं, "आखिर कोई प्रोटोकॉल होता है या नहीं? हम सरकारी अधिकारियों से लिखित निवेदन कर रहे हैं कि हम उनसे मिलना चाहते हैं. क्या वे हमें यह सूचना भी नहीं देंगे कि वे शहर से बाहर हैं? यह अब हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारे संघ के पदाधिकारी (यहां) हैं, नहीं तो आज आग लगा देता इंदौर में."