JNU में फिर बवाल: फीस वृद्धि और ड्रेस कोड के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन, पुलिस ने की पानी की बौछारें
यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के निकट प्रशासन की छात्र-विरोधी नीति के खिलाफ सोमवार को सैकड़ों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की तरफ आगे बढ़ने चाहते थे लेकिन गेटों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं.
यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) के निकट प्रशासन की छात्र-विरोधी नीति के खिलाफ सोमवार को सैकड़ों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council for Technical Education) की तरफ आगे बढ़ने चाहते थे लेकिन गेटों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू इस स्थान पर दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे. जेएनयू से लगभग तीन किलोमीटर दूर एआईसीटीई के द्वारों को बंद कर दिया गया और सुबह शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर परिसरों के बाहर सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि जेएनयू परिसर के उत्तरी और पश्चिमी द्वारों के बाहर और बाबा बालकनाथ मार्ग पर एआईसीटीई ऑडिटोरियम और जेएनयू के बीच स्थित सड़क पर बैरिकेड लगाये गये है. पुलिस ने बताया कि छात्रों ने इन बैरिकेड को तोड़ दिया और पूर्वान्ह्र लगभग साढ़े 11 बजे एआईसीटीई की तरफ मार्च करने लगे. कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया.
यह भी पढ़ें: JNU पूर्व छात्रा शेहला रशीद ने राजनीति से लिया संन्यास, कहा- एक्टिविस्ट के तौर पर कश्मीर के लिए लड़ती रहूंगी
हाथों में तख्तियां लेकर छात्रों ने दिल्ली पुलिस वापस जाओ जैसे नारे लगाये और कुलपति एम जगदीश कुमार को एक ‘‘चोर’’ बताया. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल कार्यक्रम स्थल से बाहर नहीं आ पा रहे थे. एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष और उपाध्यक्ष साकेत मून को एचआरडी मंत्री के लिए रास्ता दिये जाने के लिए छात्रों से बात करने को कहा गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से द्वार से हटने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.’’
जेएनयूएसयू के पदाधिकारियों ने पोखरियाल से मुलाकात की और उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गौर किया जायेगा. बहरहाल, वे कुलपति से नहीं मिल सके. प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, "हम कुलपति से मिलना चाहते हैं." घोष ने कहा, "हमारे लिए यह ऐतिहासिक दिन है कि हमने बैरिकेड तोड़ दिये और कार्यक्रम स्थल पहुंचे और मंत्री से मुलाकात की." उन्होंने कहा, "हमारा आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है. हम एचआरडी मंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे कुलपति से छात्रों से बातचीत करने को कहे."
एचआरडी मंत्री ने वादा किया कि छात्र संघ को बैठक के लिए मंत्रालय बुलाया जायेगा. छात्र कुलपति से मिलना चाहते थे और उनकी मांग थी कि मसौदा छात्रावास मैनुअल को वापस लिया जाये जिसमें उनके अनुसार फीस वृद्धि, कर्फ्यू का वक्त और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों का प्रावधान है. छात्रों ने बताया कि सुबह शुरु हुआ यह प्रदर्शन छात्रावास के मैनुअल के विरोध के अलावा पार्थसारथी रॉक्स में प्रवेश पर प्रशासन की पाबंदी तथा छात्र संघ के कार्यालय को बंद करने के प्रयास के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों का ही हिस्सा है.