जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2019: बीजेपी के 6 में से 5 उम्मीदवार लगभग तय, लद्दाख सीट पर मंथन जारी

सूत्रों की मानें तो उधमपुर-डोडा सीट से डॉ. जितेंद्र सिंह, जम्मू-पुंछ सीट से जुगल किशोर शर्मा, बारामूला-कुपवाड़ा सीट से मोहम्मद मकबूल, अनंतनाग-पुलवामा सीट से सोफी यूसुफ, श्रीनगर-बडगाम सीट से खालिद जहांगीर को टिकट मिल सकता है.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी (Photo Credit: PTI)

आगामी लोकसभा चुनाव का बिघुल बज चुका है. चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद पार्टियां अब उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर रही है. इसी कड़ी में अब बीजेपी जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir)में अपने उम्मीदवारों के नाम लगभग फाइनल कर चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी पांच प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर चुकी है जबकि लद्दाख सीट के लिए मंथन जारी है. हालांकि पार्टी द्वारा उम्मीदवारों के नाम की आधिकारिक घोषणा अभी बाकि है.

सूत्रों की मानें तो उधमपुर-डोडा सीट से डॉ. जितेंद्र सिंह, जम्मू-पुंछ सीट से जुगल किशोर शर्मा, बारामूला-कुपवाड़ा सीट से मोहम्मद मकबूल, अनंतनाग-पुलवामा सीट से सोफी यूसुफ, श्रीनगर-बडगाम सीट से खालिद जहांगीर को टिकट मिल सकता है. जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव तारीख को लेकर भी सस्पेंस जल्द ही खत्म हो सकता है. चुनाव आयोग के सूत्रों कि मानें तो रमजान के बाद और अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. यह भी पढ़ें- गोवा के विधानसभा स्‍पीकर प्रमोद सावंत बन सकते हैं राज्‍य के नए CM, 2 बजे हो सकता है बड़ा ऐलान

इस संबंध में चुनाव आयोग द्वारा राज्य प्रशासन और गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी गई है. रमजान 4 जून को खत्म हो रहा है और अमरनाथ की यात्रा पहली जुलाई से शुरू हो रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव 5 जून से 30 जून के बीच ही मुमकिन है. माना जा रहा कि 8 चरणों में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.

चुनावों को देखते हुए राज्य में 70 हजार अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा राज्य पुलिस भी सुरक्षा के लिए तैनात रहेगी. जम्मू कश्मीर में इस समय राष्ट्रपति शासन लागू है. राज्य में बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन पिछले साल यह गठबंधन टूट गया था. इसके बाद राज्यपाल शासन के जब छह माह पूरे हो गए तो राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. इस दौरान पीडीपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिश भी की थी. हालांकि यह कोशिश नाकाम रही. जुलाई में राष्ट्रपति शासन के छह महिने पूरे हो जाएंगे. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि जम्मू में उससे पहले विधानसभा चुनाव करा दिए जाएंगे.

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