मुंबई: भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक (Zakir Naik) ने शुक्रवार को उन आरोपों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की निंदा की है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि कोई आमदनी न होने के बावजूद नाईक ने छह वर्षो के दौरान 46 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए थे. नाईक ने एक विस्तृत बयान में कहा, "ईडी क्यों झूठ बोल रहा है? जब सभी सरकारी एजेंसियों सहित सभी जानते हैं कि मेरे पास कई प्रकार के उद्यम और आय के श्रोत हैं और मेरी आमदनी हमेशा मेरे द्वारा भरे गए टैक्स रिटर्न में परिलक्षित हुई है, तो फिर ईडी इसबारे में झूठ क्यों बोल रहा है?"
उसने कहा कि वह यह जानना चाहता है कि 'क्या दबाव इतना ज्यादा था कि' ईडी को 'उनके राजनीतिक आकाओं' द्वारा तय किए गए लक्ष्य को पाने के लिए झूठ बोलना पड़ा. इससे दो दिन पहले ईडी ने नाईक पर धनशोधन का आरोप लगाते हुए विशेष पीएमएलए अदालत के न्यायाधीश एम.एस. आजमी के समक्ष आरोप-पत्र दाखिल किया था.
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ईडी के आरोप-पत्र के अनुसार, इस्लामिक उपदेशक नाईक आय के 'ज्ञात श्रोत' की जानकारी नहीं होने के बावजूद पूरी दुनिया की यात्रा कर रहा है और वह अभी भी अपने भारतीय बैंक खातों में 49.20 करोड़ रुपये स्थानांतरित करने में कामयाब हो गया है.