VIDEO: 'इस बार ये भाई बहन को चाय पिलाएगा...', चित्रकूट धाम में चाय बनाते CM मोहन यादव का दिखा अनोखा अंदाज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चिटकूट धाम, सतना में एक चाय की दुकान पर जाकर खुद चाय बनाई और स्थानीय चाय विक्रेता राधा के साथ बातचीत की. यादव का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
भोपाल (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने सतना जिले के चित्रकूट धाम दौरे के दौरान एक अनोखा अंदाज दिखाया. रविवार को दौरे के बीच वह एक चाय की दुकान पर रुके और न केवल खुद के लिए बल्कि 'अपनी बहन' के लिए भी चाय बनाई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से साझा किए गए वीडियो में वह चाय स्टॉल की महिला विक्रेता से कहते हैं, "मैं बनाऊं क्या?" विक्रेता ने खुशी-खुशी हामी भरते हुए उन्हें चाय बनाने की अनुमति दी. इसके बाद, सीएम यादव ने बैरिकेड्स पार करते हुए अदरक कद्दूकस करना शुरू किया. बातचीत के दौरान उन्होंने चाय विक्रेता का नाम पूछा, जिस पर महिला ने अपना नाम 'राधा' बताया.
'भाई बहन को चाय पिलाएगा...'
वहीं मौजूद लोगों ने सीएम की पत्नी सीमा यादव से चुटकी लेते हुए पूछा कि क्या मुख्यमंत्री ने उनके लिए भी चाय बनाई है? इस पर मोहन यादव ने मुस्कुराते हुए मजाकिया अंदाज में कहा, "यह हमारी बहन है, तुम थोड़ी हो! भाई बहन को चाय पिलाएगा..."
इसके बाद, यादव ने पतीले में चाय पत्ती डाली और चाय तैयार कर राधा को पैसे भी दिए. उन्होंने चाय कप में डालकर लोगों में बांटी और सभी से हंसी-मजाक करते हुए माहौल को खुशनुमा बना दिया.
डिजिटल पेमेंट से किया भुगतान
मुख्यमंत्री ने चाय पीने के बाद कुछ स्थानीय उत्पाद भी खरीदे और इसका भुगतान डिजिटल मोड में किया. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, "कैशलेस भुगतान आज भारत की नई ताकत बन चुका है," और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय दिया.
चित्रकूट धाम में की पूजा-अर्चना
अपने दौरे के दौरान सीएम यादव ने चित्रकूट धाम में पूजा-अर्चना भी की और प्रदेश के लोगों की समृद्धि और कल्याण के लिए प्रार्थना की.
मोहन यादव का यह सरल और अनोखा अंदाज लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. चाय की दुकान पर चाय बनाते हुए मुख्यमंत्री ने जहां एक ओर लोगों से जुड़ाव दिखाया, वहीं डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देकर आधुनिक भारत की ओर एक मजबूत संदेश भी दिया.