Indian Chamber of Commerce के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था को उभारने के लिए दिया गुरुमंत्र, आत्मनिर्भर भारत पvर दिया जोर
इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स की 95वीं वर्षगांठ पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रधानमंत्री ने प्लेनरी सेशन को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने आईसीसी से आग्रह किया कि आत्मनिर्भर भारत में सहयोग करने के लिए वे 2025 तक ऐसे लक्ष्य रखें जिससे पूरे पूर्वी भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो. पीएम मोदी के संबोधन के मुख्य अंश कुछ इस तरह हैं.
इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (Indian Chamber of Commerce) की 95वीं वर्षगांठ पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने प्लेनरी सेशन को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने आईसीसी से आग्रह किया कि आत्मनिर्भर भारत में सहयोग करने के लिए वे 2025 तक ऐसे लक्ष्य रखें जिससे पूरे पूर्वी भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम इंडियन इकोनॉमी को कमांड एंड कंट्रोल से निकाल कर प्लग एंड प्ले की तरफ ले जाएं.
प्रस्तुत है पीएम मोदी के संबोधन के मुख्य अंश: -
> लघु और कुटीर उद्योगों में जो सामान हमारे देश में बनता आ रहा है, उसके होते हुए भी हम बाहर से वही सामान बाहर से मंगवाने की प्रथा को कम करना होगा. आप जब कार से उतर कर फुटपाथ से सामान खरीदते हैं, तो बेचने वाला व्यक्ति पैसा नहीं देखेगा, बल्कि उसका सीना गर्व से फूल जाएगा. उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वो और क्वालिटी प्रॉडक्ट बनायेगा.
> आत्मनिर्भर भारत के तहत जिन बड़े रिफॉर्म की घोषणा की गई है, उनको तेजी से जमीन पर उतारा जा रहा है. एमएसएमई के सपोर्ट के लिए हजारों करोड़ रुपए के फंड की व्यवस्था हो, यह सब साकार हो रहा है. इंवेस्टमेंट की फास्ट ट्रैकिंग के लिए एक अलग सेल बनाया जा चुका है.
> हमने जो रिफॉर्म ग्रामीण भारत के लिए किए हैं, उससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था वर्षों पुरानी गुलामी से आज़ाद हो गई है. किसानों और व्यापारियों के बीच जो रास्ता खोला गया है, उससे किसान को एक प्रोड्यूसर और उसकी उपज को एक प्रोडक्ट के रूप में पहचान दी गई है. अब किसानों को एक बड़ी मार्केट फोर्स के तौर पर नई पहचान देने के प्रयास किए जा रहे हैं.
> स्थानीय उत्पादों के लिए क्लस्टर बेस्ड मार्केटिंग व प्रोसेसिंग सेंटर खोले जाएंगे. सिक्किम की तरह पूरा नॉर्थ ईस्ट ऑर्गेनिक कैपिटल बन सकता है. अगर आप सभी ठान लें, तो ऑर्गेनिक फार्मिंग में पूर्वोत्तर भारत ग्लोबल मार्केट में छा सकते हैं.
> कोलकाता पूर्व की भांति व्यापार के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ सकता है. कोलकाता अपने पुराने गौरव को दोबारा हासिल कर पूरे क्षेत्र का लीडर बन सकता है.
> पांच साल बाद, यानी 2015 में इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है. 2022 में देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं. मेरा आपसे आग्रह है कि आत्मनिर्भर भारत को चरितार्थ करने के लिए आप अपने स्तर पर 50, 100 नए लक्ष्य तय करें. जो इससे जुड़े उद्योग एवं इकाईयों के लिए हों. आप अपने लक्ष्य में आगे बढ़ेंगे, तो भारत आगे बढ़ेगा.
> हम हमेशा सुनते आये हैं, कि व्हॉट बेंगॉल थिंक टुडे, इंडिया थिंक्स टुमॉरो. हमें इससे प्रेरणा लेते हुए, हम सबको मिलकर आगे बढ़ना होगा. यह समय इंडियन इकोनॉमी को कमांड एंड कंट्रोल से निकाल कर प्लग एंड प्ले की तरफ ले जाना है. यह समय कंजरवेटिव अप्रोच का नहीं है, बल्कि आगे बढ़ कर बोल्ड डिसीजन का है. यह समय मजबूत सप्लाईचेन तैयार करने का है. इसके लिए उद्योग जगत के सभी स्टेक होल्डर्स को संकट से बाहर निकालना है.
> आज के सम्मेलन का विषय पीपुल, प्लैनेट एंड प्रॉफिट है. ये तीनों एक दूसरे से इंटरलिंक हैं. ये तीनों एक साथ फ्लारिश कर सकते हैं.
> जीईएम ने लोगों को प्रॉफिट कमाने का अवसर दिया है. मेरा आईसीसी से आग्रह है, आपके जो सदस्य हैं, उत्पादनकर्ता हैं, उनको जीईएम से जोड़ें और उनसे कहें कि ऐसे उत्पाद बनायें, जो सरकार खरीद सके. आप चाहें तो सीधे पीएमओ को भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं.
> सोलर एनर्जी के क्षेत्र में जो लाभ भारत अपने लिए देखता है, उसमें आगे बढ़ने के लिए मेरा आईसीसी से अनुरोध है कि वे अक्षय ऊर्जा में निवेश को बढ़ावा दें. आने वाले समय में सोलर रीचार्जेबल बैटरीज़ का बहुत बड़ा मार्केट विश्व में बनने वाला है, क्या भारत इसका बहुत बड़ा हब बन सकता है? मैं ऐसी कामना करता हूं कि आईसीसी जब 100 वर्ष पूरा करेगा, तब तक के लिए ऐसे टार्गेट तय कर सकता है.
> आत्मनिर्भर भारत को बनाने के लिए हमें आत्मविश्वासी भारतीय बनाना होगा. हर भारतीय जब आत्मविश्वास से भरा होगा, तो देश अपने आप आत्मनिर्भर बनेगा.