नई दिल्ली. लोकसभा (Lok Sabha) के बाद अब राज्यसभा से भी तीन तलाक बिल (Triple Talq Bill) पास हो चुका है. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने ट्वीट कर सभी पार्टियों और सांसदों को धन्यवाद दिया है. बताना चाहते है कि मंगलवार को तीन तलाक बिल को लेकर संसद ने इतिहास रच दिया है. लोकसभा (Lok Sabha) के बाद अब राज्यसभा (Rajya Sabha) से भी तीन तलाक बिल पास हो गया. बिल के पक्ष में 99 और विपक्ष में 84 वोट पड़े. अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. इस बिल में तीन तलाक को गैर कानूनी बनाते हुए 3 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान शामिल है.
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर कहा है कि मैं सभी पार्टियों और सांसदों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने संसद के दोनों सदनों में मुस्लिम महिलाओं (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) विधेयक, 2019 पारित करने का समर्थन किया है. यह भी पढ़े-तीन तलाक अब होगा अपराध, लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पास हुआ बिल
पूरे देश के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। आज करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों की जीत हुई है और उन्हें सम्मान से जीने का हक मिला है। सदियों से तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को आज न्याय मिला है। इस ऐतिहासिक मौके पर मैं सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 30, 2019
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि उनका यह कदम भारत के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है. आज करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों की जीत हुई है और उन्हें सम्मान से जीने का हक मिला है. सदियों से तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को आज न्याय मिला है. इस ऐतिहासिक मौके पर मैं सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं. यह भी पढ़े-राज्यसभा में तीन तलाक पर चर्चा, कई पार्टी के सांसदों ने इसे अपराध की श्रेणी में रखने पर किया विरोध
तीन तलाक बिल का पास होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। तुष्टिकरण के नाम पर देश की करोड़ों माताओं-बहनों को उनके अधिकार से वंचित रखने का पाप किया गया। मुझे इस बात का गर्व है कि मुस्लिम महिलाओं को उनका हक देने का गौरव हमारी सरकार को प्राप्त हुआ है।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 30, 2019
बता दें कि कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि तीन तलाक संबंधी विधेयक मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के मकसद से लाया गया है और उसे किसी राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिये.
गौरतलब है कि तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) 26 जुलाई को इसी सत्र में लोकसभा से पास हो चुका है. मोदी सरकार (Modi Govt) पहली बार सत्ता में आने के बाद से ही तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) को पारित कराने की कोशिश में जुटी थी. पिछली लोकसभा (Lok Sabha) में पारित होने के बाद यह बिल राज्यसभा में अटक गया था, जिसके बाद सरकार इसके लिए अध्यादेश लेकर आई थी.