चंडीगढ़: भारतीय व पाकिस्तानी अधिकारी गुरुवार को अमृतसर के समीप अटारी में एक बैठक करेंगे. पाकिस्तान में स्थित ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गुरुद्वारे (Gurdwara Darbar Sahib Kartarpur) में भारतीय श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सक्षम बनाने वाले करतारपुर गलियारे के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए यह उनकी पहली बैठक है.
दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बीच यह बैठक होने जा रही है. बैठक में समर्पित गलियारे को स्थापित करने के लिए मसौदा समझौते पर चर्चा होगी. यह समझौता श्रद्धालुओं को भारत से पाकिस्तान में स्थित सिख मंदिर की बिना वीजा के यात्रा करने की इजाजत देगा. दोनों देशों के गृह व विदेश मंत्रालय के अधिकारी अमृतसर से 30 किलोमीटर दूर अटारी में होने वाली बैठक में शिरकत करेंगे. दोनों पक्ष परियोजना की मार्गरेखा पर तकनीकी स्तरीय चर्चा भी करेंगे.
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14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के एक महीने बाद यह बैठक हो रही है. इस हमले से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था. हाल ही में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करतारपुर गलियारे का निर्माण शीघ्र शुरू करने के गृह मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया था. उन्होंने कहा था कि वह श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट व वीजा मुक्त 'खुला दर्शन' चाहते हैं.