गृह मंत्री अमित शाह ने अर्थव्यवस्था को लेकर गुजरात में कही बड़ी बात
अमित शाह (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली: देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah ) ने शनिवार को एक दीक्षांत समारोह में शामिल होते हुए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा विपक्ष सीएए के बारे में दुष्प्रचार कर रहा है, मेरा सभी विपक्षी पार्टियों को खुला चैलेंज है, बताओ इस कानून में कहां किसी की नागरिकता लेना का प्रावधान है. इसके अलावा उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था पर भी अपना बयान जारी किया. उन्होंने कहा 1947 से 2014 तक अर्थव्यवस्था दो ट्रिलियन डॉलर की हुई थी. इसके बाद 2014 से 2019 तक नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसे बढ़ाकर तीन ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचा. शाह ने आगे कहा भारत 2024 में पांच ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य प्राप्त करने वाला है.

बता दें कि शाह का बयान सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को लेकर पूरे देश में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच आया है. गुजरात पुलिस की विभिन्न परियाजनाओं के उद्घाटन के लिए आयोजित समारोह में उन्होंने कहा, 'धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को अपनी सुरक्षा के लिए भारत आना पड़ रहा है. लेकिन, पिछली सरकारों ने उन लोगों को यह सोच कर कोई सुविधा नहीं दी कि इससे दूसरे नाराज होंगे.' शाह ने कहा, 'राहुल, ममता, केजरीवाल और वामपंथी अफवाहें फैला रहे हैं कि सीएए मुसलमानों की नागरिकता छीन लेगा. मैं उन्हें कानून में ऐसा कोई भी प्रावधान दिखाने की चुनौती देता हूं'

यह भी पढ़ें- CAA Protest: दिल्ली में अमित शाह की रैली के दौरान प्रदर्शन करने वाली दो महिलाओं से घर खाली कराया गया

गृह मंत्री ने कहा, 'मैं बीजेपी कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि वे घर-घर जाएं और सीएए के खिलाफ फैलाए गए झूठ और भ्रम का पर्दाफाश करें. चूंकि वर्तमान में राजनीति में मोदी जी का कोई विकल्प नहीं है, विपक्ष झूठ फैला रहा है.' उन्होंने कहा, 'हमारे पास लोगों को सच समझाने की ताकत है. मैं बीजेपी कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि वे घर-घर जाकर लोगों को कानून से होने वाले लाभ के बारे में बताएं. हमारा अभियान पूरा होने के बाद देश के लोग सीएए के महत्व को समझेंगे.'

उन्होंने यह भी दावा किया कि संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में कोई हिंसा नहीं हुई है और तब से अब तक वहां किसी की मौत नहीं हुई है. बीजेपी अध्यक्ष शाह ने कहा, 'विपक्ष के कुछ नेताओं ने संसद में दावा किया था कि (अगर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटा तो) खूब-खराबा होगा. ऐसे बयान रिकॉर्ड में दर्ज हैं. लेकिन जनता ने ऐसे नेताओं को उचित उत्तर दिया. अनुच्छेद 370 हटने के बाद से एक व्यक्ति की भी मौत नहीं हुई है.'

(भाषा इनपुट के साथ)