हरियाणा: जींद उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू, लोकसभा चुनाव से पहले देश का आखिरी उपचुनाव
जींद में उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू (Photo: ANI)

हरियाणा (Haryana) के जींद विधानसभा क्षेत्र (Jind Assembly Bypoll) में आज उपचुनाव हो रहा है. मतदाता माना जा रहा है कि जींद के मतदाता न केवल अपने विधायक का चुनाव करेंगे बल्कि आगामी लोकसभा व राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में संकेत भी देंगे. जींद निर्वाचन क्षेत्र में 1.7 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग का लगभग 50 प्रतिशत और जाटों का लगभग 25 प्रतिशत वोट है. यह उपचुनाव मैदान में उतरे सभी चार प्रमुख दलों सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और नवगठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए एक परीक्षा है.

कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करेगी. हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है." कांग्रेस के प्रवक्ता सुरजेवाला के मैदान में उतरने से उपचुनाव में गर्मी और बढ़ गई. वे वोटिंग से पहले सोमनाथ मंदिर गए.

सुरजेवाला पास के नरवाना निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं. इससे पहले उन्होंने इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला को हराया था. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उपचुनाव के परिणाम को लेकर उतने ही आश्वस्त हैं.

खट्टर ने कहा, "बीजेपी बड़े अंतर से इस सीट पर जीत दर्ज करेगी." खट्टर ने पार्टी प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा के प्रचार के लिए हाल ही में एक से ज्यादा बार निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया है. अक्टूबर 2014 विधानसभा चुनावों में सीट पर जीत हासिल करने वाली इनोलो भले ही आश्वस्त दिखाई दे रही है लेकिन उसके नेतृत्व को पता है कि जेजेपी उसके वोट काटेगी. इनेलो ने उमेद सिंह को मैदान में उतारा है.

जेजेपी ने दावा किया है कि उसने जीत के लिए युवाओं और अन्य श्रेणियों का समर्थन जुटा लिया है. पार्टी ने युवा दिग्विजय चौटाला को मैदान में उतारा है. हरियाणा की राजनीति में प्रवेश की कोशिश में जुटी आम आदमी पार्टी (आप) ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है, लेकिन उसने अपना समर्थन जेजेपी उम्मीदवार को दिया है.

आप के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिग्विजय चौटाला के लिए प्रचार किया था. मतगणना 31 जनवरी को होगी और परिणाम उसी दिन आने की उम्मीद है.

नए विधायक का कार्यकाल महज नौ माह का होगा क्योंकि हरियाणा की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल इस साल दो नवंबर को समाप्त हो जाएगा. उपचुनाव के लिए तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. 50 गश्ती दल भी इस दौरान ड्यूटी पर रहेंगे.