Haryana Bye Poll Election 2020: बीजेपी ने बरोदा उपचुनाव के लिए पहलवान योगेश्वर दत्त को राजनीति के अखाड़े में उतारा
देश में होने वाले उपचुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है. जीत के लिए कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने मैदान में हैं. इस बार के उपचुनाव में जीत का सेहरा बांधने के लिए हर कोई बेकरार है. यही कारण है कि सभी पार्टियां मजबूत उम्मीदवार को मैदान में उतार रही हैं. इसी कड़ी में बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है और सीधे चुनावी अखाड़े में असली पहलवान को उतार दिया है. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने उमीदवार का ऐलान कर दिया है. BJP ने बरोदा उपचुनाव के लिए पहलवान योगेश्वर दत्त (Yogeshwar Dutt) को दिया टिकट दिया है. बरोदा में 3 नवंबर को उपचुनाव होना है और उसके परिणाम 10 नवंबर को आएंगे. वहीं योगेश्वर दत्त को इस सीट से मजबूत कैंडिडेट के तौर पर माना जा रहा है.
देश में होने वाले उपचुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है. जीत के लिए कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने मैदान में हैं. इस बार के उपचुनाव में जीत का सेहरा बांधने के लिए हर कोई बेकरार है. यही कारण है कि सभी पार्टियां मजबूत उम्मीदवार को मैदान में उतार रही हैं. इसी कड़ी में हरियाणा में बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है और सीधे चुनावी अखाड़े में असली पहलवान को उतार दिया है. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने उमीदवार का ऐलान कर दिया है. BJP ने बरोदा उपचुनाव के लिए पहलवान योगेश्वर दत्त (Yogeshwar Dutt) को दिया टिकट दिया है. बरोदा में 3 नवंबर को उपचुनाव होना है और उसके परिणाम 10 नवंबर को आएंगे. वहीं योगेश्वर दत्त को इस सीट से मजबूत कैंडिडेट के तौर पर माना जा रहा है.
माना जा रहा है कि जाट बहुल सीट होने का फायदा योगेश्वर दत्त को आसानी से मिलेगा. बता दें कि इससे पहले हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि हरियाणा के बहुत से खिलाड़ियों ने गुरुवार को मुझसे मुलाकात की. इन्होंने एक मांग रखी है कि इन्हीं में से एक योगेश्वर दत्त को बरोदा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी बनाया जाए. इनकी बात को हम केंद्रीय चुनाव समिति को पहुंचाएंगे.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि बरोदा सीट से कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा का इस साल अप्रैल में निधन हो गया था, जिसके बाद सीट रिक्त हो गई है. इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. एक तरफ जहां पर बीजेपी का कहना है कि इस सीट के मतदाता विकास के लिए मत देंगे, वहीं कांग्रेस का दावा है लोग सत्तारूढ़ दल की किसान विरोधी नीतियों के लिए उसे सबक सिखाने का इंतजार कर रहे हैं.