पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को ऐलान किया कि सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले रही है. सरकार के इस बड़े फैसले को विपक्षी चुनावी स्टंट बता रहे हैं. कृषि कानूनों को लेकर तो बीजेपी विरोधियों के निशाने पर थी ही लेकिन कानूनों को वापस लेने के फैसले के बाद अभी भी केंद्र पर विपक्षी पार्टियों के हमले जारी हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा, वोट के लिए कानून वापस ले लिए गए हैं क्योंकि सरकार चुनावों से डरती है. अखिलेश यादव ने सवाल किया कि क्या होगा अगर सरकार चुनाव के बाद ऐसे कानूनों को वापस लाती है? पंजाब में फिर होगा अकाली दल और BJP का गठबंधन? कैप्टन अमरिंदर भी साथ निभाने को तैयार.
अखिलेश यादव ने कहा, किसान माफ नहीं करेंगे और बीजेपी का सफाया कर देंगे ... वोट के लिए कानून वापस ले लिए गए हैं क्योंकि सरकार चुनावों से डरती है. क्या होगा अगर वे चुनाव के बाद ऐसे कानूनों को वापस लाते हैं? वे किसानों के बारे में नहीं सोच रहे हैं. हर स्तर पर उनका अपमान किया. क्या बीजेपी माफी मांगेगी?
अखिलेश यादव का निशाना
Farmers won't forgive and will wipe BJP out...Laws have been withdrawn for votes as govt is scared of elections. What if they bring back such laws after polls? They are not thinking about farmers; insulted them at every level. WiIl BJP apologise?: SP Akhilesh Yadav pic.twitter.com/sGrHmy37y8
— ANI UP (@ANINewsUP) November 19, 2021
अखिलेश यादव ने कहा न केवल केंद्रीय कैबिनेट बल्कि पूरी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए. जिस मंत्री पर लखीमपुर हिंसा मामले में आरोप लगे हैं, वह अभी भी मंत्रालय में है... कौन आश्वस्त करेगा कि भविष्य में ऐसा कोई कानून (कृषि कानून) नहीं होगा?
एसपी नेता ने कहा, किसानों की मेहनत रंग लाई है. यह अहंकार की हार है और किसानों, लोकतंत्र की जीत है. जनता बीजेपी को आगामी चुनावों में माफ नहीं करेगी. ये झूठी माफी नहीं चलेगी... माफी मांगने वालों को भी राजनीति से हमेशा के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए.