बाबरी मस्जिद मामला: पूर्व मंत्री लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में होंगे पेश
पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, बीजेपी नेता डॉ.मुरली मनोहर जोशी और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मंगलवार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लखनऊ की विशेष सीबीआई अदालत में पेश होंगे. आडवाणी 30 जून को, जोशी 1 जुलाई को, सिंह 2 जुलाई को, महंत नृत्य गोपाल दास 23 जून को पेश होंगे.
लखनऊ, 21 जून: पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani), उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh), बीजेपी नेता डॉ.मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi) और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मंगलवार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लखनऊ की विशेष सीबीआई अदालत में पेश होंगे. सीबीआई की विशेष अदालत 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की सुनवाई कर रही है.
सीबीआई की विशेष अदालत ने शनिवार को इन आरोपियों द्वारा दिए गए पतों से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था करने के लिए भारत सरकार की संस्था नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के निदेशक को एक निर्देश भेजा, ताकि सीआरपीसी की धारा 313 के तहत उनके बयान दर्ज किए जा सकें.
सभी आरोपियों को अभियोजन एजेंसी सीबीआई द्वारा जुटाए गए साक्ष्य के आधार पर कम से कम 1,000 सवालों के जवाब देने होंगे. सीबीआई के वकील ललित सिंह ने कहा, "विशेष अदालत ने आरोपियों को सुनवाई के दौरान दिए गए तथ्यों और सबूतों के बारे में सूचित किया और उन्हें अपना बयान देने का निर्देश दिया."
सिंह ने कहा कि 13 अभियुक्तों को अब तक पेश किया जा चुका है. आडवाणी 30 जून को, जोशी 1 जुलाई को, सिंह 2 जुलाई को, महंत नृत्य गोपाल दास 23 जून को पेश होंगे. वहीं 22 जून को आर. एन. श्रीवास्तव, 24 जून को जय भगवान दास, 25 जून को अमर नाथ गोयल, 26 जून को सुधीर कक्कड़ और 29 जून को आचार्य धर्मेंद्र देव पेश होंगे.