शिमला : खराब मौसम को देखते हुए केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को मजबूरन हिमाचल प्रदेश के एक दिवसीय दौरा रद्द करना पड़ा. गडकरी को समुद्र तल से 3,000 मीटर ऊपर दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण मोटरटेबल परियोजनाओं में से एक रोहतंग सुरंग के निर्माण का निरीक्षण करना था, जो मनाली से भूमिबद्ध लाहौल घाटी के लिए सभी मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने आईएएनएस को बताया कि गडकरी दौरे के दौरान अन्य केंद्रीय सरकारी परियोजनाओं, विशेष रूप से राष्ट्रीय राजमार्गो की समीक्षा भी करने वाले थे.
एक अधिकारी ने कहा कि हिमालय में रोहतांग र्दे पर 3,978 मीटर के तहत 8.8 किलोमीटर लंबी घोड़े की नाल के आकार की सुरंग की खुदाई का सबसे महत्वाकांक्षी और महंगा उपक्रम अक्टूबर 2017 में पूरा हुआ और अब सिविल इंजीनियरिंग का काम चल रहा है.
सुरंग निर्माण में शामिल एक इंजीनियर ने आईएएनएस को बताया, "काम की वर्तमान गति के मुताबिक, हमारे द्वारा दिसंबर, 2019 तक सिविल इंजीनियरिंग के सभी कामों को पूरा कर लिए जाने की संभावना है."
उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि सुरंग का परिचालन मई-जून 2020 तक शुरू हो जाएगा."
यह परियोजना स्ट्रैबैग एजी के संयुक्त उद्यम एफकॉन्स साथ साझेदारी से रक्षा मंत्रालय की एक शाखा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनवाई जा रही है.
सुरंग की आधारशिला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 28 जून, 2010 को सोलांग घाटी में रखी थी.