Sharad Pawar on Farmers Protest: किसानों के आंदोलन के बीच शरद पवार बोले-30 दिसंबर को कोई रास्ता निकला तो ठीक, नहीं तो हमें बैठना होगा और सोचना पड़ेगा
नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और किसानों के बीच बात बनेगी या नहीं यह 30 दिसंबर को पता चलेगा. केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत पहले भी हो चुकी है लेकिन मामले का हल नहीं निकल सका है. इसी बीच खबर है कि 30 दिसंबर को मोदी सरकार और किसानों के बीच बातचीत होने जा रही है. विपक्ष लगातार केंद्र पर हमलावर है. किसानों के आंदोलन के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक बड़ा बयान दिया है.
नई दिल्ली, 28 दिसंबर. नए कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर केंद्र और किसानों के बीच बात बनेगी या नहीं यह 30 दिसंबर को पता चलेगा. केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत पहले भी हो चुकी है लेकिन मामले का हल नहीं निकल सका है. इसी बीच खबर है कि 30 दिसंबर को मोदी सरकार (Modi Government) और किसानों के बीच बातचीत होने जा रही है. कांग्रेस सहित विपक्ष लगातार केंद्र पर हमलावर है. किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर को कोई रास्ता निकला तो ठीक, नहीं तो हमें बैठना होगा और सोचना पड़ेगा.
शरद पवार ने कहा कि 30 दिसंबर को सरकार और किसानों की मीटिंग में क्या होता है वह हम देखेंगे. कोई रास्ता निकला तो खुशी होगी, नहीं निकला तो हमें बैठना होगा और सोचना होगा.किसान अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं जबकि सरकार की तरफ से बातचीत की पहल कई बार हुई है. यह भी पढ़ें-Rahul Gandhi Attacks Modi: मोदी सरकार और किसानों के बीच 30 दिसंबर को होगी बातचीत, राहुल गांधी बोले-किसान की आत्मनिर्भरता के बिना देश कभी आत्मनिर्भर नहीं बन सकता
ANI का ट्वीट-
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों के मन में कृषि कानूनों को लेकर झूठ की दीवार तैयार की गई है वह जल्द ही गिरनेवाली है. किसान नेताओं और केंद्र के बीच बैठक 30 दिसंबर को दोपहर 2 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में बैठक होगी.