
नई दिल्ली, 31 जनवरी 2021. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर देश में घमासान जारी है. किसान ने राजधानी दिल्ली में मोर्चा संभाला हुआ है. किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं वे पीछे नहीं हटनेवाले हैं. केंद्र की तरफ से कहा जा रहा है कि बातचीत के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं. यह मामला फिलहाल सुलझता नही दिख रहा है. हालांकि सियासी बयानबाजी लगातार जारी है. किसानों के आंदोलन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीएम (PM) ने खुद बातचीत की पेशकश की है, मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि किसानों और उनके नेताओं द्वारा जिस तरह का आंदोलन चलाया गया है उसकी ज़रुरत नहीं थी. लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता होती है. प्रधानमंत्री ने खुद बातचीत की पेशकश की है. मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: RLD नेता जयंत चौधरी ने कहा- कृषि कानून वापस लिए जाने तक जारी रहेगा किसानों का आंदोलन
ANI का ट्वीट-
किसानों और उनके नेताओं द्वारा जिस तरह का आंदोलन चलाया गया है उसकी ज़रुरत नहीं थी। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता होती है। प्रधानमंत्री ने खुद बातचीत की पेशकश की है। मुझे लगता है समाधान निकल जाएगा: हिरयाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर pic.twitter.com/RxSF1qQeCP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2021
वहीं किसान आंदोलन के चलते गाजीपुर बॉर्डर छावनी में तब्दील किया गया है. यहां बड़ी तादात में किसानों का प्रदर्शन जारी है. यही कारण है कि सुरक्षाबलों की तैनाती हुई है. गाजीपुर बॉर्डर पर कई लेयर की बैरिकेडिंग लगाई गई है. मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों के आंदोलन का 65वां दिन है.