नई दिल्ली, 12 जनवरी 2021. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन राजधानी दिल्ली (Delhi) में जारी है. यह चर्चित मसला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहुंच गया है. जिसके चलते देश की सबसे बड़ी अदालत ने तीनों कृषि कानूनों पर फिलहाल रोक लगा दी है. बावजूद इसके देश का सियासी पारा गरमाया हुआ है. कांग्रेस (Congress) सहित पूरा विपक्ष लगातार केंद्र की बीजेपी सरकार (BJP Govt) पर निशाना साध रहा है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि किसान जो मांग रहा है, वो मिल नहीं रहा..जो नहीं चाहिए, वो जबरन दिया जा रहा है.
कृषि बिल को लेकर कांग्रेस शुरू से ही मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करती आ रही है. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि किसान जो मांग रहा है, वो मिल नहीं रहा..जो नहीं चाहिए, वो जबरन दिया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी राजनीतिक नेताओं की तरफ से बयानबाजी शुरू है. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: राहुल गांधी ने पूछा सवाल- क्या कृषि-विरोधी कानूनों का लिखित समर्थन करने वाले व्यक्तियों से न्याय की उम्मीद की जा सकती है?
कांग्रेस का ट्वीट-
किसान जो मांग रहा है, वो मिल नहीं रहा...जो नहीं चाहिए, वो जबरन दिया जा रहा है।
— Congress (@INCIndia) January 12, 2021
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों पर रोक लगाई है. इसके साथ ही किसानों के मसले सुलझाने के लिए एक कमेटी बनाई हुई है जो दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट कोर्ट के समक्ष पेश करेगी. कोर्ट द्वारा गठित इस कमेटी में भूपिंदर सिंह मान, प्रमोद कुमार जोशी, अशोक गुलाटी और अनिल घनवंत का समावेश है.