नई दिल्ली:- केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन (Farmer Protest) का आज तीसरा दिन है. किसान कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अब भी टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर अपना डेरा जमाए हुए हैं. किसान किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस बीच किसान आंदोलन के समर्थन में कई राजनीतिक दल भी करने लगे हैं. किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी ने जयाज ठहरा रहे हैं. इस बीच नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला करना भी शुरू कर दिया है. वहीं केंद्र सरकार भी बचाव के लिए मैदान में उतर गई है. केंद्रीय कृषि मंत्री (Union Agriculture Minister) नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि भारत सरकार किसानों की समस्याओं के लिए किसान यूनियन से बात करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
उन्होंने कहा कि हमने उनको 3 दिसंबर का आमंत्रण भेजा है और मुझे आशा है कि वो सब लोग आएंगे और इस संवाद के माध्यम से रास्ता ढूढेंगे. मैं राजनीतिक दल के लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर उनको राजनीति करनी है तो अपने नाम पर राजनीति करें, लेकिन किसानों के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए. इससे पहले बीजेपी नेता और यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस पर राजनीति करने का तंज कसा था. Farmer's Protest: अखिलेश यादव ने किया किसान आंदोलन का समर्थन, बोले- इस तरह से लाठी डंडो से किसी सरकार ने किया होगा हमला.
ANI का ट्वीट:-
Government is ready for talks with farmer unions to resolve their issues. We have invited them for talks on December 3. I hope that they will come to the meeting. I urge political parties not to play politics in the name of farmers: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar pic.twitter.com/N5in45HXUf
— ANI (@ANI) November 28, 2020
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा नेता अखिलेश यादव ने भी किसानों की मांग को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. गौरतलब है कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली का घेराव करने पर आमादा पंजाब तथा हरियाणा सहित देश के अन्य प्रांत के किसानों को भारतीय किसान यूनियन का भी समर्थन मिल रहा है. हालांकि पंजाब से दिल्ली आए किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की अनुमति दे दी गई है लेकिन किसान अब भी सड़कों पर इकठ्ठा हो रहे हैं.