Farm Bills Row: कृषि बिल को लेकर बोले TRS के कार्यकारी अध्यक्ष व मंत्री के.टी. रामा राव- अगर यह ऐतिहासिक क्षण है तो किसान जश्न क्यों नहीं मना रहे हैं
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री के.टी. रामा राव ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान के उलट बयान दिया. प्रधानमंत्री ने संसद में कृषि विधेयकों के पारित होने को कृषि क्षेत्र के लिए एक 'ऐतिहासिक क्षण' करार दिया था.
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री के.टी. रामा राव (K. T. Rama Rao) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के उस बयान के उलट बयान दिया. प्रधानमंत्री ने संसद में कृषि विधेयकों के पारित होने को कृषि क्षेत्र के लिए एक 'ऐतिहासिक क्षण' करार दिया था. रामा राव ने मोदी की टिप्पणी का स्पष्ट उल्लेख करते हुए इस संदर्भ में कहा, "अगर कृषि विधेयक सही मायने में एक ऐतिहासिक क्षण हैं, तो कोई किसान जश्न क्यों नहीं मना रहा है और एनडीए के सहयोगी क्यों इस्तीफा दे रहे हैं?"
रविवार को राज्यसभा द्वारा दो कृषि विधेयकों के पारित होने के बाद, प्रधानमंत्री ने इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया था. मोदी ने ट्वीट किया था, "भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है. संसद में अहम विधेयकों के पारित होने पर मैं अपने परिश्रमी अन्नदाताओं को बधाई देता हूं. यह न केवल कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगा, बल्कि इससे करोड़ों किसान सशक्त होंगे." यह भी पढ़े: Farm Bills 2020: कृषि बिल को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा- देश के किसानों को किया जा रहा गुमराह, MSP और APMC नहीं होगा खत्म
रामा राव ने सोमवार को ट्वीट कर मोदी के दावे को खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि जब पिछले हफ्ते तेलंगाना विधानमंडल ने किसानों के हित वाला राजस्व विधेयक पारित किया था, तो राज्यभर में कृषक समुदाय के बीच व्यापक रूप से उत्साह और हर्ष था. टीआरएस ने संसद में कृषि विधेयकों का विरोध करते हुए कहा था कि ये देश में कृषि क्षेत्र के साथ बहुत अन्याय करेंगे. तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस अध्यक्ष के.चंद्रशेखर राव ने कहा था कि विधेयकों से कॉर्पोरेट को लाभ होगा और किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.