Maharashtra: केंद्र में एकनाथ शिंदे की जगह कोई और? दो दिनों में साफ हो सकती है सरकार की तस्वीर
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने शुक्रवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी के प्रमुख एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं, तो यह पद उनकी पार्टी के किसी और को दिया जाएगा.
मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन महायुति गठबंधन (बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी) की शानदार जीत के बावजूद मुख्यमंत्री और नए मंत्रिमंडल को लेकर सस्पेंस बरकरार है. सूत्रों के अनुसार, महायुति के प्रमुख नेता सोमवार को दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर इस पर अंतिम निर्णय ले सकते हैं.
महाराष्ट्र में CM पर सस्पेंस! महायुति की बैठक रद्द, अचानक अपने गांव पहुंचे एकनाथ शिंदे.
इस बीच शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने शुक्रवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी के प्रमुख एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं, तो यह पद उनकी पार्टी के किसी और को दिया जाएगा. शिरसाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिंदे निश्चित रूप से केंद्रीय मंत्री के रूप में केंद्र में नहीं जाएंगे.
केंद्र में जाएंगे श्रीकांत शिंदे?
शिवसेना के लोकसभा उपनेता धैर्यशील संभाजीराव माने ने कहा कि एकनाथ शिंदे राज्य में ही रहना पसंद करेंगे. उनके अनुसार, शिंदे केंद्र सरकार में अपने बेटे श्रीकांत शिंदे के लिए कैबिनेट पद की पैरवी कर सकते हैं.
शिंदे कैंप की प्रमुख मांगे
गुरुवार रात नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर महायुति के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में शिवसेना नेता और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के लिए 12 मंत्री पदों की मांग की. हालांकि, उन्हें उपमुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन शिंदे ने गृह और शहरी विकास मंत्रालय जैसे प्रमुख विभागों की मांग की.
दो दिनों में स्थिति साफ होने की उम्मीद
शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने भी माने की बात को दोहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र को विकास के लिए पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है. म्हास्के ने यह भी कहा कि एकनाथ शिंदे, जो विधायक हैं, महाराष्ट्र में बने रहेंगे और महायुति के शीर्ष नेता यह तय करेंगे कि केंद्र में कैबिनेट पद किसे मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक नई सरकार का शपथ ग्रहण सात दिसंबर से पहले हो सकता है.
मुंबई बैठक रद्द, शिंदे गए अपने गांव
शुक्रवार को मुंबई में महायुति नेताओं की बैठक होनी थी, लेकिन इसे रद्द कर दिया गया. इसी बीच, एकनाथ शिंदे अपने गृह गांव सतारा के लिए रवाना हो गए. शिवसेना नेता उदय सामंत ने स्पष्ट किया कि शिंदे किसी बात से नाराज़ नहीं हैं और वे निजी कारणों से गांव गए हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी अगले दो दिनों में अपने विधायक दल के नेता की घोषणा करेगी, जिससे महायुति के लिए आगामी रणनीति तय करना आसान हो जाएगा.
महायुति के सामने बड़ी चुनौतियां
मंत्रिमंडल का बंटवारा: शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी के बीच विभागों का बंटवारा सबसे बड़ी चुनौती है. शिवसेना प्रमुख मंत्रालयों पर जोर दे रही है, जबकि बीजेपी अपनी स्थिति मजबूत रखना चाहती है.
सहयोगी दलों के बीच सामंजस्य: गठबंधन के तीनों दलों के बीच तालमेल बनाए रखना अहम होगा, ताकि सरकार स्थिरता के साथ काम कर सके.
आगामी दो दिनों में बीजेपी और महायुति के शीर्ष नेताओं के बीच होने वाली चर्चा से यह स्पष्ट हो सकता है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा और किसे कौन-सा मंत्रालय मिलेगा. जनता की निगाहें इस फैसले पर टिकी हैं.