द्रमुक अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने कहा- राज्यों पर ध्यान देने के साथ रचनात्मक राजनीति का समय

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (Dravida Munnetra Kazhagam) के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि वे दिन अब खत्म हो गए जब यह माना जाता था कि केवल हिंदी भाषी राज्यों ने ही भारत को बनाया है.

एम.के.स्टालिन (Photo Credit- IANS)

चेन्नई:  द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (Dravida Munnetra Kazhagam) के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि वे दिन अब खत्म हो गए जब यह माना जाता था कि केवल हिंदी भाषी राज्यों ने ही भारत को बनाया है. द्रमुक कैडर को लिखे पत्र में, स्टालिन ने कहा, "वे दिन गए जब यह माना जाता था कि केवल हिंदी भाषी राज्य ही भारत बनाते हैं. अब यह रचनात्मक राजनीति का समय है, जिसमें राज्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है."

उन्होंने कहा, "कोई भी पार्टी केंद्र में आ जाए, वह राज्यों को नजरअंदाज नहीं कर सकती है." द्रमुक प्रमुख के अनुसार, उनकी पार्टी अन्य राज्यों में भी तमिलनाडु की रणनीति को लागू करने के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एक साथ लाने के लिए कदम उठाएगी.

यह भी पढ़ें : द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ने की सभी 21 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की मांग

द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन ने तमिलनाडु की 38 लोकसभा सीटों में से 37 पर जीत हासिल की. वहीं सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा. इसके अलावा 22 सीटों पर विधानसभा के लिए हुए उपचुनावों में द्रमुक ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की है. जिसके बाद से तमिलनाडु विधानसभा में पार्टी सदस्यों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है.

Share Now

\