नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने की मांग करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पेट्रोल पंप मालिकों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "चार मेट्रो शहरों की तुलना में दिल्ली में तेल के दाम सबसे कम हैं. मुंबई में दाम सबसे अधिक हैं, वहां के पेट्रोल पंप हड़ताल पर क्यों नहीं जा रहे हैं? क्योंकि मुंबई में भाजपा की सरकार है और भाजपा ही दिल्ली में आज की हड़ताल के पीछे है. भाजपा को दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए."
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह पेट्रोल पंप 24 घंटों के लिए बंद रहेंगे. पेट्रोल पंप सुबह छह बजे से बंद रहेंगे ताकि इस पर से वैट कम करने के लिए दबाव बना जा सके. केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहाराया और पेट्रोल और डीजल के जीएसटी के दायरे में नहीं लाए जाने को लेकर सवाल उठाए. यह भी पढ़े-केजरीवाल सरकार के खिलाफ पेट्रोल डीलरों ने खोला मोर्चा, VAT कम करवाने के लिए करेंगे स्ट्राइक
उन्होंने कहा, "पिछले चार सालों में पेट्रोल पर अनाप शनाप टैक्स मोदी जी ने लगाया है, हमने नहीं लगाया. मोदी जी टैक्स कम करें और जनता को राहत दें. हम मांग करते हैं की पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए. केंद्र सरकार पेट्रोल डीजल को जीएसटी में क्यों नहीं ला रही?" उन्होंने भाजपा पर पंप मालिकों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर करने का आरोप भी लगाया.
उन्होंने कहा, "भाजपा ने पेट्रोल वालों को धमकी दी है कि जो आज हड़ताल नहीं करेगा, उस पर इनकम टैक्स की रेड कराई जाएगी. तेल कंपनियों ने भी धमकी दी है कि जो पेट्रोल पंप हड़ताल नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा. भाजपा वाले दिल्ली वालों को तंग करना बंद करें. ये दिन दहाड़े गुंडागर्दी बंद करें."