Safety First Survey: दिल्ली में आप विधायक आतिशी ने कालकाजी में ‘सेफ्टी फर्स्ट सर्वे‘ शुरू किया, नागरिकों की सुरक्षा है मकसद
आप विधायक आतिशी (Photo Credits-File Photo)

दिल्ली, 30 अक्टूबर. आम आदमी पार्टी विधायक आतिशी ने अपने विधानसभा क्षेत्र कालकाजी में आज ‘सेफ्टी फ़र्स्ट सर्वे‘ शुरू किया. इसका मकसद स्थानीय नागरिकों के लिए सुरक्षा के कारगर उपायों पर विचार करके ठोस कदम उठाना है. कालकाजी विधायक ने स्थानीय नागरिकों से पिछले दिनों इस क्षेत्र में असुरक्षा संबंधी मामलों की जानकारी मिलने के कारण यह सर्वे प्रारंभ किया है. नागरिकों से मिली शिकायतों के बाद आतिशी ने पिछले दिनों कालकाजी मार्केट, देशबंधु कॉलोनी, सुखदेव विहार, कालकाजी ब्लॉक्स, साउथ पार्क अपार्टमेंट इत्यादि का दौरा करके स्थानीय निवासियों और व्यापारियों से चर्चा की. इस दौरान उन्हें चोरी, असामाजिक गतिविधियों, छेड़खानी और गुंडागर्दी जैसे बढ़ते मामलों की शिकायतें मिलीं. इसके कारण आतिशी ने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा को प्राथमिक मुद्दा बनाया है.

सेफ्टी फर्स्ट फॉर कालकाजी‘ सर्वेक्षण के तहत विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों से गूगल फॉर्म और प्रश्नावली के जरिए जानकारी हासिल की जाएगी. इसके लिए कालकाजी को कई जोन में बांटकर यापारी संघों की मदद से सर्वेक्षण शुरू किया गया है. इस सुरक्षा सर्वेक्षण के माध्यम से नागरिकों से उन समस्याओं की जानकारी ली जा रही है, जिनका उन्हें सामना करना पड़ रहा है. सर्वे फाॅर्म में बहुविकल्प और लघु-उत्तर प्रश्नावली दी गई है। इसमें नागरिक किस वक्त और किन जगहों पर ज्यादा खतरा महसूस करते हैं, किन वजहों से किस प्रकार की असुरक्षा महसूस करते हैं, और किसी वारदात की शिकायत कहां करते हैं, इन विषयों पर जानकारी मांगी गई है. सर्वेक्षण में चार तरह के समाधान पर भी सुझाव मांगे गए हैं- सीसीटीवी कैमरे लगाना, डार्क स्पॉट को खत्म करना, आत्मरक्षा कार्यशालाएं और पुलिस-पेट्रोलिंग बढ़ाना. इससे अपराध के तरीकों और गैरकानूनी गतिविधियों संबंधी डेटा एकत्र करने में मदद मिलेगी और सुरक्षा के स्तर का पता चलेगा. यह भी पढ़ें-दिल्ली में प्रदूषण से निपटने में जुटी केजरीवाल सरकार, सत्येंद्र जैन ने NCR में चल रहे 11 थर्मल पॉवर प्लांट को बंद करने के लिए केंद्र सरकार को लिखा पत्र

उल्लेखनीय है कि सत्ता का विकेंद्रीकरण करके ‘स्वराज‘ की स्थापना करना आम आदमी पार्टी का मूल सिद्धांत है. उपमुख्यमंत्री सह शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के तौर पर आतिशी ने दिल्ली सरकार के विद्यालयों में स्कूल प्रबंधन समितियों का निर्माण करके स्थानीय स्वशासन का सफल प्रयोग किया था। आतिशी अब कालकाजी में भी ऐसे प्रयोग दोहराना चाहती हैं.

‘सेफ्टी फर्स्ट सर्वे‘ की शुरूआत करते हुए आतिशी ने कहा कि किसी भी कार्यक्रम की सफलता के लिए जनभागीदारी और संचार महत्वपूर्ण है. खासकर कोरोना के समय में अपनी सुरक्षा और भलाई के लिए चिंतित लोगों ने इस प्रयास में भरपूर समर्थन देकर सकारात्मक संदेश दिया है. इससे सुरक्षा और कालकाजी की बेहतरी के लिए स्थानीय नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने में मदद मिल रही है.

कालकाजी विधायक ने कहा कि लोकतंत्र का मतलब सिर्फ पांच साल में एक बार अपना प्रतिनिधि चुनने तक सीमित नहीं है. नागरिकों के साथ नियमित संपर्क और उनके कल्याण के लिए प्रयासरत रहना जनप्रतिनिधि का दायित्व है. इसलिए इस सर्वेक्षण से मिले फीडबैक के आधार पर सुरक्षा के उपाय लागू किए जाएंगे. आतिशी ने कहा कि नागरिकों से जीवंत संपर्क बनाए रखने के लिए विधायक कार्यालय में 24x7 हेल्पलाइन की भी व्यवस्था की जा रही है ताकि नागरिक अपनी शिकायत दर्ज करा सकें और उसकी स्थिति जांच सकें.