Delhi Assembly Election 2020: बीजेपी और AAP में जुबानी जंग जारी, मनोज तिवारी का आरोप- निर्भया के गुनहगारों को बचाने की कोशिश कर रही है केजरीवाल सरकार
अरविंद केजरीवाल और मनोज तिवारी (Photo Credits: ANI/PTI)

नई दिल्ली:- Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में जीत के लिए बीजेपी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) में आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब अपने चरम पर पहुंच रहा है. इस कड़ी में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने निर्भया मामले (Nirbhaya Gangrape Case) पर कहा, आज मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि प्रेजेंट डिपार्टमेंट राज्य सरकार का है इसका पुलिस से कुछ लेना देना नहीं है. 2 साल तक आम आदमी पार्टी की सरकार ने प्रेजेंट डिपार्टमेंट द्वारा गुनहगारों को सजा की सूचना क्यों नहीं दी, इसके पीछे उनकी क्या मंशा थी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि हमारे पास पुलिस नहीं थी इसलिए हम ऐसा नहीं कर सकें. इससे पहले उन्होंने कहा था कि जेल दिल्ली सरकार के अधीन आती है, ऐसे में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री गलत बयानी कर रहे हैं। वो कहते हैं कि हमारे पास पुलिस नहीं है, लेकिन हम बताना चाहते हैं कि पुलिस का इस घटना से कोई लेनादेना नहीं है.

बता दें कि निर्भया गैंगरेप केस मां आशा देवी ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा था. आशा देवी ने दोनों पार्टियों पर फांसी में देरी करने के आरोप लगाए. निर्भया की मां ने कहा, मेरी बेटी की मौत पर राजनीति की जा रही है. आशा देवी के आरोपों के बाद दिल्ली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने पूरे मामले में बीजेपी को निशाने पर लिया. जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा था, निर्भया गैंगरेप केस में दिल्ली सरकार ने अपने काम को चंद घंटों में पूरा किया था. उनके इस बयान के बाद मनोज तिवारी ने एक बार फिर से पलटवार किया है.

गौरतलब हो कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है. आरोप और प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. मैदान में उतरी सभी पार्टियां एक दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं. बता दें कि चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है जबकि नामांकन पत्र की जांच 22 जनवरी को होगी. वहीं नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी है.