दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: बीजेपी-आप और कांग्रेस की इन 12 सीटों पर है नजर, झोंकी पूरी ताकत- जानें क्यों है इतनी अहम
अमित शाह/अरविंद केजरीवाल/राहुल गांधी ( फोटो क्रेडिट- IANS/PTI )

Delhi Assembly Election 2020:- दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी-कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (BJP-Congress-AAP) ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. जनता के बीच पहुंचने के लिए पार्टी बड़ी रैलियों की जगह गली-गली और मोहल्ले-मोहल्ले में छोटी-छोटी सभाओं का सहारा लेने से नहीं चूक रही है. एक तरफ जहां बीजेपी की तरफ से अमित शाह ने कमान संभाल रखा है तो वहीं जीत का जश्न दुबारा मनाने के अरविंद केजरीवाल भी मैदान में कूदे हैं. वहीं कांग्रेस जिसका कभी दिल्ली पर एकछत्र राज था उसकी ख्वाब को पूरा करने के लिए जद्दोजहद कर रही है. लेकिन इस बार के चुनाव में इन तीनों पार्टियों की नजर इन 12 सीटों पर हैं. इन सीटों पर जीत के लिए तमाम पार्टियां लगातार जनता के विश्वास को जितने के लिए कोशिश कर रहे हैं.

बता दें कि दिल्ली विधानसभा की 70 सीट में से 12 आरक्षित हैं, इन 12 सीटों में सीमापुरी, मंगोलपुरी, सुल्तानपुर माजरा, मादीपुर, अंबेडकर नगर, त्रिलोकपुरी, करोल बाग, पटेल नगर, गोकलपुर, बवाना, देवली और कोंडली सीट शामिल है. इन सीटों की खासियत रही है कि सूबे की सरकार बनाने में इनका योगदान बेहद जरूरी रहा है. वैसे तो पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने जीत दर्ज कराई थी. लेकिन चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो दिवंगत सीएम शीला दीक्षित के दौर में यहां कांग्रेस का दबदबा था.

दरअसल खबरों के मुताबिक इन 12 सीटों में रहने वाली आबादी झुग्गी झोपड़ियां और कच्ची कॉलोनियां पड़ती हैं. कहा जाता है. इन सीटों को जितने वाली पार्टी को सत्ता की चाभी मिलती हैं. साल 1998 से लेकर 2008 तक दिल्ली में कांग्रेस की सरकार रही. लेकिन साल 2013 के चुनाव में केजरीवाल की पार्टी AAP ने दिल्ली में सेंध लगाया और उसके बाद अपना दबदबा बरकार रखा.

इस बात से बीजेपी भी भलीभांति परचित है कि अगर जीतना है तो इन सीटों पर जीतना बेहद जरूरी है. यही कारण है कि दिल्ली की जनता से गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया है कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनती है तो झुग्गियों में रहने वालों को पांच साल के अंदर दो कमरों का मकान मिलेगा.

ज्ञात हो कि देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. मौजूदा समय में केजरीवाल की पार्टी AAP के पाले में 62 सीटें हैं. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के पास 4 सीट और 4 सीटें रिक्त हैं. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल साल 2015 से शुरू हुआ और 22 फरवरी 2020 तक रहेगा.