नयी दिल्ली. जदयू ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर पार्टी में जारी अंतर्विरोध को दरकिनार कर मंगलवार को गठबंधन की घोषणा करते हुये कहा कि भाजपा, जदयू और लोजपा दिल्ली का चुनाव मिलकर लड़ेंगे. जदयू के महासचिव और बिहार सरकार में मंत्री संजय झा ने यहां स्थित भाजपा कार्यालय में दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और लोजपा के प्रवक्ता ए के वाजपेयी के साथ संयुक्त संवाददाता में गठबंधन की आधिकारिक घोषणा करते हुये बताया कि दिल्ली विधानसभा की 67 सीटों पर भाजपा, दो पर जदयू और एक सीट पर लोजपा चुनाव लड़ेगी.
उल्लेखनीय है कि जदयू के वरिष्ठ नेता प्रशांत किशोर और पवन वर्मा ने भाजपा से गठबंधन करने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से अपनी असहमति जतायी है. वर्मा ने मंगलवार को नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा कि जब अकाली दल ने सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर भाजपा के साथ मतभेद के कारण, दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा से गठबंधन नहीं करने का ऐलान कर दिया है तो फिर जदयू को भाजपा से गठबंधन करने की क्या मजबूरी है. तिवारी ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार सहयोगी दलों के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि जदयू बुराड़ी और संगम विहार सीट पर जबकि लोजपा सीमापुरी सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, शेष 67 सीटों पर दोनों दल भाजपा के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे. यह भी पढ़े-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: टिकट कटने से नाराज विधायक सुरेंद्र सिंह ने आप से दिया इस्तीफा, NCP से उतरेंगे मैदान में
झा ने कहा कि संगम विहार सीट पर पूर्व विधायक एस सी एल गुप्ता को और बुराड़ी सीट से शैलेन्द्र कुमार को पार्टी का उम्मीदवार घोषित गया है. वहीं, केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोजपा ने सीमापुरी (सु) सीट से संतलाल चावरिया को उम्मीदवार घोषित किया है.
गठबंधन के मुद्दे पर जदयू में उभरे मतभेदों को लेकर झा ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की. उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा, ‘‘दिल्ली में हमने पहली बार किसी दल के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. इससे भाजपा के साथ गठबंधन और अधिक मजबूत होगा तथा भविष्य में होने वाले चुनावों में इसका असर भी दिखेगा.’’