लोकसभा चुनाव 2019: 7 राज्यों की 59 सीटों पर प्रचार खत्म, रविवार को वोटर करेंगे किस्मत का फैसला

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार आजमगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से उनके पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने 2014 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद जीत दर्ज कराई थी।

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटों पर रविवार को मतदान होगा। इन सीटों पर शुक्रवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और बिहार की आठ-आठ, दिल्ली की सात और झारखंड की चार सीटों पर मतदान होगा। उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल की 14 सीटों पर रविवार को मतदान होगा। इनमें सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही शामिल हैं। इनमें से आजमगढ़, सुलतानपुर, फूलपुर और प्रयागराज पर देश की नजरें हैं।

उत्तर प्रदेश में कुल 2.53 करोड़ मतदाता 14 महिलाओं सहित 177 प्रत्याशियों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे। इस चरण में होने वाले मतदान के लिए कुल 16998 मतदान केंद्र और 29076 मतदान बूथ बनाए गए हैं। भाजपा ने यहां से 14, कांग्रेस ने 11, सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के तहत बसपा ने 11 और सपा ने तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। यह भी पढ़े-अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- बीजेपी ने 5 साल में झूठा प्रचार छुपाने के लिए नफरत फैलाई

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार आजमगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से उनके पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने 2014 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद जीत दर्ज कराई थी। इस बार सपा को बसपा का भी साथ है, जिसके कारण सपा की जीत का अंतर बढ़ सकता है। वहीं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अखिलेश के मुकाबले के लिए भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल निरहुआ को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने यहां से अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है।

सुलतानपुर से इस बार केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी चुनाव मैदान में हैं। पिछली बार इस सीट से मेनका के पुत्र वरुण गांधी ने जीत दर्ज की थी। मां-बेटे ने इस बार सीटों की अदला-बदली कर ली है। मेनका के खिलाफ गठबंधन की ओर से चन्द्रभान सिंह यादव मैदान में हैं तो कांग्रेस ने संजय सिंह को यहां से चुनाव लड़ाकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है। यह भी पढ़े-सुल्तानपुर लोकसभा सीट: बीजेपी की मेनका गांधी और बसपा के चंद्र भद्र सिंह के बीच मुकाबला

इलाहाबाद लोकसभा सीट से सांसद श्यामाचरण गुप्ता के सपा में चले जाने से भाजपा ने यहां से योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को उम्मीदवार बनाया है। अभी हाल में हुए कुंभ का श्रेय लेने के लिए भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है, जबकि सपा ने पिछड़ा कार्ड खेलते हुए राजेन्द्र पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है। कभी भाजपा से चुनाव लड़ चुके योगेश कांग्रेस के टिकट पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के प्रयास में हैं।

फूलपुर सीट पर भी सभी की निगाहें हैं। 2014 के चुनाव में मोदी लहर में यहां से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने जीत दर्ज की थी। इस सीट पर भाजपा की यह पहली जीत थी, लेकिन उपचुनाव में गठबंधन ने भाजपा से यह सीट छीन ली थी। इस सीट पर भाजपा ने केशरी देवी पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है, तो गठबंधन के उम्मीदवार पंधारी यादव हैं। कांग्रेस ने दिवंगत सोनेलाल पटेल के दामाद पंकज निरंजन को टिकट देकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।

बिहार में आठ लोकसभा सीटों पर रविवार को मतदान होगा, जिसमें वाल्मीकिनगर, गोपालगंज, सीवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, महाराजगंज और वैशाली शामिल हैं।

दिल्ली में सातों सीटों पर कांग्रेस, भाजपा और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, क्रिकेटर गौतम गंभीर, गायक हंसराज हंस और मुक्केबाज विजेंद्र सिंह प्रमुख रूप से चुनाव मैदान में हैं। मतदान को देखते हुए रविवार को मेट्रो ट्रेन की सेवा सुबह चार बजे शुरू हो जाएगी।

इस तरह 543 सदस्यीय लोकसभा की 474 सीटों के लिए रविवार को मतदान संपन्न हो जाएगा। बाकी सीटों के लिए अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा। 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा। मतगणना 23 मई को होगी।

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