कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सुबह 10 बजे देश को करेंगे संबोधित, लॉकडाउन का कर सकते हैं ऐलान
कोरोना महामारी ने देश में कोहराम मचाया हुआ है. कोविड-19 से संक्रमित मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है. इसके साथ ही केंद्र और सभी राज्य सरकारें मिलकर एक साथ काम कर रही हैं. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताना चाहते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सुबह 10 बजे देशवासियों को संबोधित करने वाले हैं. कोरोना को लेकर देश में जो हालात है उससे इतना तो तय है कि पीएम मोदी लॉकडाउन को बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं.
नई दिल्ली. कोरोना महामारी (Coronavirus Outbreak) ने देश में कोहराम मचाया हुआ है. कोविड-19 से संक्रमित मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है. इसके साथ ही केंद्र और सभी राज्य सरकारें मिलकर एक साथ काम कर रही हैं. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताना चाहते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) कल सुबह 10 बजे देशवासियों को संबोधित करने वाले हैं. कोरोना को लेकर देश में जो हालात हैं उससे इतना तो तय है कि पीएम मोदी लॉकडाउन (Lockdown) को बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी अपने इस संबोधन में लॉकडाउन पर केंद्र सरकार का फैसला आम जनता को बताएंगे. इससे पहले पीएम ने 3 हफ्तों के लॉकडाउन का ऐलान किया था जो 14 अप्रैल यानि कल खत्म हो रहा है. कोरोना का सबसे अधिक कहर महाराष्ट्र में देखने को मिला है. सूबे में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 2,064 हो गई है. साथ ही 149 लोगों की मौत कोरोना की चपेट में आने से हुई है.यह भी पढ़-कोरोना संकट के बीच मुख्तार अब्बास नकवी ने मुस्लिम समाज से की सोशल डिस्टेंसिंग की अपील, कहा- रमजान में घरों से ही करें इबादत
ANI का ट्वीट-
ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी. इसमें उन्होंने लॉकडाउन बढ़ाने का संकेत दिया था. इससे पहले कुछ राज्यों ने लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान किया है. जिसमे महाराष्ट्र, पंजाब और ओडिशा का समावेश है.
वही भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 के 7,987 एक्टिव केस हैं, जबकि अब तक 9,152 कन्फर्म मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही 308 लोगों की मौत हुई है. जबकि 857 लोग इलाज के बाद ठीक हुए हैं.