प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान से संसद में जमकर हंगामा, लोकसभा में निंदा प्रस्ताव लाने की तैयारी में कांग्रेस
कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि उनकी पार्टी लोकसभा में निंदा प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है.
नई दिल्ली: बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) के बयान से उठा बवाव थमने का नाम नहीं रहा है. नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने पर प्रज्ञा ठाकुर घिर गई हैं. प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर लोकसभा में गुरूवार को जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर बीजेपी और आरएसएस को भी घेरा. इस बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस लोकसभा में प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ 'निंदा प्रस्ताव' लाने की तैयारी कर रही है. संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी में देश के लिये मरने वालों की संख्या बहुत लंबी है वैसी पार्टी को आतंकवादी पार्टी कहकर प्रज्ञा ने बहुत बड़ा अपमान किया है. चौधरी ने कहा जिस पार्टी से हजारों नेताओं ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया था, उसे आतंकवादी कहने पर क्या सदन इस पर चुप रहेगा? महात्मा गांधी के हत्यारे को 'देशभक्त' कहा गया.
संसद में कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी ने भी प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा की. बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया है. इसके साथ ही सत्र के दौरान होने वाले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी प्रज्ञा अब शामिल नहीं होंगी. वहीं खबर है कि, प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ पार्टी की अनुशासन समिति बड़ी कार्यवाही करेगी. बीजेपी के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संसद में कल का उनका बयान निंदनीय है. बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है.
बता दें कि बुधवार को प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा संसद में नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' कहा. प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान की राजनीतिक पार्टियों सहित बॉलीवुड सितारों ने भी निंदा की. हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है. उन्होंने कई मौकों पर खुले तौर पर महात्मा गांधी का अपमान भी किया है.
प्रज्ञा ठाकुर अपने इन बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहती हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान भी प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे एक देशभक्त थे, हैं और हमेशा रहेंगे. उन्हें आतंकवादी कहने वाले लोगों को अपने गिरेहबान में झांकना चाहिए. प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान की हर तरफ निंदा हुई थी, इसके लिए बीजेपी ने उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए कहा.