कांग्रेस में बड़े बदलाव के संकेत! कमलनाथ को बनाया जा सकता है पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष, प्रशांत किशोर भी संभाल सकते है अहम पद
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस संगठन में कुछ बड़े बदलावों की तैयारी कर रही है. इसी के तहत बुधवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के संसदीय रणनीति समूह की बैठक बुलाई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं.
नई दिल्ली: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले कांग्रेस (Congress) संगठन में कुछ बड़े बदलावों की तैयारी कर रही है. इसी के तहत बुधवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के संसदीय रणनीति समूह की बैठक बुलाई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता कमलनाथ (Kamal Nath) को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है और उन्हें कांग्रेस पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है. गौरतलब है कि कमलनाथ गांधी परिवार के बेहद करीब माने जाते है और उन्होंने कई मौकों पर पार्टी को संकट से उबारा है. कांग्रेस ने पंजाब को लेकर की बैठक, जल्द समाधान की संभावना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार सोनिया के आवास 10 जनपथ पर हुई इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं. इस बीच, चर्चा है कि कांग्रेस संगठन में संभावित बदलाव में कमलनाथ को भी कोई महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है. जबकि सोनिया गांधी को कांग्रेस का स्थायी अध्यक्ष बनाया जा सकता है. हालांकि पार्टी की ओर से इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.
कमलनाथ ने सोनिया से ऐसे समय मुलाकात की है जब पार्टी की पंजाब इकाई में कलह को दूर करने के लिए कवायद तेज हो गई है और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों पार्टी आलाकमान के साथ लंबी बैठक की. बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर को कांग्रेस में बड़ा पद ऑफर किया गया है. हालांकि अब कांग्रेस के ऑफर पर फैसला प्रशांत किशोर को करना है. फिलहाल उनकी प्रतिक्रिया क्या है, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है.
कल कांग्रेस की बैठक में शामिल हुए थे प्रशांत किशोर-
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में बुरी हार का सामना करने के बाद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनीं, लेकिन काफी माथापच्ची के बाद भी अभी तक कांग्रेस को स्थायी अध्यक्ष नहीं मिल सका है.