Rahul Gandh Sambhal Visit: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का आज संभल दौरा, यूपी प्रशासन रोक सकता है रास्ता; गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट (Watch Video)
यूपी के संभल में हुई हिंसा के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के कई सांसद आज, बुधवार (4 दिसंबर) को प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे. बताया जा रहा है कि वे दंगों में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात करेंगे.
Rahul Gandh Sambhal Visit: यूपी के संभल में हुई हिंसा के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के कई सांसद आज, बुधवार (4 दिसंबर) को प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे. बताया जा रहा है कि वे दंगों में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात करेंगे. कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय ने कहा कि पार्टी के महासचिव अविनाश पांडे भी इस दौरे का हिस्सा होंगे. राहुल गांधी के संभल दौरे को लेकर यूपी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर सुरक्षा के सख्त प्रबंध किए गए हैं.
हालांकि, संभल पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने स्पष्ट किया है कि शहर में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 लागू है, जिसके तहत बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक है. उन्होंने कहा, "अगर वे आते हैं, तो उन्हें नोटिस दिया जाएगा."
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राहुल गांधी के संभल दौरे को लेकर यूपी प्रशासन अलर्ट
गाजीपुर बार्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का आदेश
पहले भी संभल जाने की कोशिश कर चुकी है कांग्रेस
कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पहले भी संभल जाने की कोशिश कर चुका है, लेकिन लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई थी. वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने राहुल गांधी के संभल दौरे को भाजपा ने "राजनीतिक पर्यटन" करार दिया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी जिले में शांति भंग करना चाहते हैं. कांग्रेस और सपा इस घटना का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस का बीजेपी पर बड़ा आरोप
वहीं, कांग्रेस ने साफ किया है कि वह मारे गए लोगों के परिवारों का दुख साझा करने और न्याय की मांग के लिए प्रतिबद्ध है. कांग्रेस ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए इसे "लोकतंत्र की हत्या" करार दिया. अजय राय ने कहा, "सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही है. प्रशासन के प्रतिबंध लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं.''
आखिर क्यों भड़की थी हिंसा?
बता दें, संभल में तनाव तब बढ़ा जब 19 नवंबर को एक अदालत के आदेश पर मुगलकालीन शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया. यह दावा किया गया था कि इस स्थान पर पहले हरिहर मंदिर था. 24 नवंबर को दूसरे सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए.