CM केजरीवाल ने दिल्ली वासियों के साथ देखी रामलीला, बोले- रामराज्य से ली प्रेरणा, राज्य को बना रहे खुशहाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रविवार को दिल्लीवासियों के साथ बैठकर भव्य रामलीला का मंचन देखा. इस दौरान CM ने कहा कि हमने ठाना है कि दिल्ली में गरीब हो या अमीर सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए और अब दिल्ली में हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलने लगी है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रविवार को दिल्लीवासियों के साथ बैठकर भव्य रामलीला का मंचन देखा. इससे पहले मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर विधि विधान के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की और भगवान श्रीराम, सीता मैया व लक्ष्मण की आरती कर देश व दिल्ली की समृद्धि, शांति और विकास के लिए प्रार्थना की. दिल्ली के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पौधा और अंग वस्त्र भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया. इस अवसर पर सीएम ने कहा कि रामराज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेकर हम दिल्ली के अंदर अपनी सरकार चला रहे हैं.
सीएम केजरीवाल हमारी कोशिश है कि दिल्ली में कोई भूखा न सोए, हर गरीब को मुफ्त राशन और हर नागरिक को सुरक्षा, हर व्यक्ति को 24 घंटे बिजली व पीने का पानी और सम्मान मिले. अब दिल्ली में हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलने लगी है और हर व्यक्ति को अच्छा व मुफ्त इलाज मिल रहा है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन से सीख लेनी चाहिए. अपने माता-पिता का कहना मानना चाहिए और हमेशा सत्य का साथ देना चाहिए. इस दौरान दिल्ली सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री और विधायकों ने भी भव्य रामलीला मंचन का आनंद लिया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सोमवार को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है. बहुत सारे लोग चाहकर भी सोमवार को अयोध्या नहीं जा पाएंगे. मुझे बेहद खुशी है कि दिल्ली के लोगों के लिए दिल्ली सरकार ने भव्य रामलीला का आयोजन किया है. इस मौके पर जब भगवान श्रीराम की भक्ति कर रहे हैं तो हमें उनके जीवन, विचारों और शब्दों से प्रेरणा लेने की जरूरत है. एक तरफ हमें भगवान राम से प्रेरणा लेनी है. मर्यादा पुरुषोत्तम राम अपने पिताजी की एक आज्ञा पर अपना राजपाठ छोड़कर 14 साल के लिए वनवास चले गए. यह कोई छोटी बात नहीं हैं. वनवास जाने के अगले दिन ही उनका राज्याभिषेक होने वाला था और वो अयोध्या के राजा बनने वाले थे. शाम के वक्त पिता राजा दशरथ ने भगवान राम को बुलाया. उस दौरान माता कैकेई भी वहीं पर थीं. माता कैकेई ने कहा कि आपके पिताजी का आदेश है, आपको 14 वर्ष के लिए वनवास जाना पड़ेगा. वनवास जाने का आदेश सुनकर भगवान श्रीराम के चेहरे पर जरा सी सिकन तक नहीं आई. अपने माता-पिता के आदेश को सिर माथे पर रखकर, चेहरे पर मुस्कान लिए भगवान श्रीराम अगले दिन सुबह-सुबह वनवास के लिए निकल गए.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम भगवान श्रीराम की भक्ति करते हैं तो हमें भी अपने जीवन के अंदर यह धारण करना पड़ेगा कि हमें अपने मां-बाप के आदेश का पालन करना चाहिए, सच बोलना चाहिए, मर्यादा का पालन करना चाहिए. भगवान राम अयोध्या के शासक थे. उन्होंने जो शासन दिया, उसे पृथ्वी पर एक आदर्श शासन माना जाता है कि अगर शासन हो तो ऐसा हो. रामराज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेकर हम दिल्ली में अपनी सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने ठाना है कि दिल्ली के अंदर कोई भूखा नहीं सोना चाहिए, सबको उचित राशन मिले, अगर कोई गरीब है तो उसको मुफ्त में राशन दिया जाता है, बेघर लोगों के लिए नाइट सेल्टर बनाए हैं, जहां वो रह भी सकते हैं और खाना भी मुफ्त मिलता है.
सीएम ने कहा कि हमने ठाना है कि दिल्ली में गरीब हो या अमीर सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए और अब दिल्ली में हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलने लगी है. हमने ठाना है कि हर व्यक्ति को अच्छा और मुफ्त इलाज मिलना चाहिए. चाहे वो गरीब हो या अमीर हो. हमने ठाना है कि हर व्यक्ति 24 घंटे बिजली मुहैया होनी चाहिए. दिल्ली में आज 24 घंटे बिजली आती है और फ्री बिजली मिलती है. हर व्यक्ति को पीने का साफ पानी मिलना चाहिए. हमारी सरकार दिल्ली के कोने- कोने में पानी पहुंचाने की कोशिश कर रही है. हमारी सरकार दिल्ली में पानी भी मुफ्त दे रही है.
उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की इच्छा होती है कि वो जिंदगी में एक बार तीर्थ स्थान घूम कर आउं. अलग-अलग कारणों से कई लोग नहीं जा पाते हैं, इसलिए हमारी सरकार दिल्ली के बुजुर्गों को फ्री तीर्थयात्रा करवाती है. महिलाओं समेत सभी नागरिक राज्य के अंदर खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसके लिए हम लोगों ने कई बड़े कदम उठाए हैं. हमारी सरकार सबको सुरक्षा प्रदान करने की पूरी कोशिश कर रही है. कोई अमीर हो, गरीब हो या किसी भी जाति-धर्म का हो, उसे बराबरी का हक मिलना, सम्मान मिलना चाहिए और सभी खुशी पूर्वक प्यार-मोहब्बत से रहें, ऐसा हमारा प्रयास है. हम लोग रामराज्य की अवधारणा के अनुरुप चलने की कोशिश कर रहे हैं. रामराज्य बहुत बड़ी चीज है और हम लोग बहुत छोटे हैं. भगवान राम हमारे लिए एक तरह से प्रेरणा के स्रोत हैं. मेरा सभी लोगों से अपील है कि यहां से हम सभी लोग यह संकल्प लेकर जाएं कि भगवान श्रीराम के जीवन, संदेशों और शब्दों से प्रेरणा लेंगे और ज्यादा से ज्यादा उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे.
पूरा ऑडिटोरियम हुआ फुल तो एलईडी पर लोगों ने देखी रामलीला
दिल्ली सरकार द्वारा आईटीओ स्थित प्यारेलाल ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय रामलीला का आयोजन किया जा रहा है. रविवार को आयोजन का दूसरा दिन रहा. दूसरे दिन भी रामलीला का लाइव मंचन देने के लिए रामभक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. पूरा हाल लोगों की भी भर गया. लोगों को भारी भीड़ देखकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोगों से पूरा ऑडिटोरियम खचा-खच भरा हुआ है और बाहर भी बहुत सारे लोग हैं जो बाहर लगे एलईडी स्क्रीन पर रामलीला मंचन देख रहे हैं.
भगवान श्रीराम के जयकारे से राममय हुआ ऑडिटोरियम
रामलीला मंचन के दौरान पूरा ऑडिटोरियम भगवान श्रीराम के जयकारे से राममय हो गया. कार्यक्रम स्थल पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के पहुंचने पर लोगों में उत्साह देखने लायक था. लोगों ने जय श्रीराम के जयकारे के साथ सीएम का स्वागत किया. इस दौरान सीएम ने भी जय श्रीराम के जयकारे के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की और संबोधित किया. रामलीला मंचन के दौरान बीच-बीच में भगवान श्रीराम के जयकारे का जयघोष होता रहा. लोगों ने पूरी रामलीला का आनंद बड़ी श्रद्धा के साथ लिया और जय श्रीराम के जयकारे के साथ मंचन का समापन हुआ.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया सुंदरकांड पाठ
दिल्ली सरकार द्वारा आईटीओ स्थित प्यारेलाल ऑडिटोरियम में आयोजित रामलीला का मंचन देने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने सुंदरकांड पाठ भी किया. रविवार की शाम करीब साढ़े सात बजे किदवई नगर स्थित सेंट्रल पार्क में आयोजित सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया. यहां पहुंच कर सीएम अरविंद केजरीवाल ने भगवान हनुमान की प्रार्थना की और सुंदरकांड पाठ किए.
सोमवार को होगा रामलीला मंचन का समापन
सीएम अरविंद केजरीवाल के दिशा-निर्देश पर दिल्ली सरकार के हिंदी अकादमी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भव्य रामलीला का सोमवार को समापन होगा. शनिवार और रविवार को आयोजित रामलीला का मंचन दिल्लीवासियों ने बड़े ही उत्साह के साथ देखा. दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि सोमवार को आखिरी दिन सबसे अधिक भीड़ जुटेगी. इसके लिए एलईडी की व्यवस्था की गई है ताकि अगर ऑडिटोरियम में लोग न आ पाएं तो एलईडी पर रामलीला का भव्य मंचन देख सकें.