Chiraag Paswaan On Lalu Yadav: चिराग का लालू यादव पर तंज, कहा- पांच साल यही बताकर कार्यकर्ताओं को उलझाए रखना है
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के 'अगस्त में सरकार गिरने' के बयान पर जोरदार कटाक्ष करते हुए कहा कि ये यही कहते रहेंगे, इन्हें कार्यकर्ताओं को उलझाए रखना है.
Chiraag Paswaan On Lalu Yadav: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के 'अगस्त में सरकार गिरने' के बयान पर जोरदार कटाक्ष करते हुए कहा कि ये यही कहते रहेंगे, इन्हें कार्यकर्ताओं को उलझाए रखना है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में तैयारी नहीं कर पाए, अब करने जा रहे हैं. कितनी सीटों पर चुनाव लड़े और कितनी सीटें जीते, यह सबको पता है. अभी अगस्त में सरकार गिराएंगे, फिर आगे यही बोलते-बोलते पांच साल निकाल देंगे.
चिराग ने कहा, "मजबूती से अगले पांच साल तक सरकार चलेगी और अगले पांच साल में देश हित में कई बड़े ऐतिहासिक फैसले भी लिए जाएंगे, जिसमें एनडीए के सभी दलों का समर्थन होगा. एनडीए की सरकार मजबूती से चल रही है." उल्लेखनीय है कि राजद के 28वें स्थापना दिवस समारोह में लालू यादव ने कहा था कि अगस्त माह में केंद्र की एनडीए सरकार गिर जाएगी. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने पर चिराग पासवान ने कहा, "मैं सफाई कतई नहीं दूंगा कि उनके राज में क्या होता था. 90 का दशक इसीलिए जंगलराज के रूप में जाना जाता था. यह भी पढ़ें: Mukul Roy Health Update: पूर्व रेल मंत्री मुकुल रॉय की हालत नाजुक, ICU में भर्ती, घर में गिरने से घायल हो गए थे TMC नेता
आप विपक्ष में हैं उसका धर्म निभाएं, लेकिन सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएं." उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब नौकरी देने का श्रेय लेना हो तो हर मंच से खड़े होकर आप बोलते हैं, लेकिन जब पुल गिरने की बात होती है तो चुप. उन्होंने कहा कि ऐसा तो नहीं कि सभी पुलों का निर्माण छह महीने के अंदर ही हुआ है? उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था हमलोगों के लिए चिंता का विषय है. राहुल गांधी द्वारा अग्निवीर के शहीदों पर उठाए गए सवाल को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि गलत तथ्यात्मक जानकारी सदन के पटल पर रखेंगे, ऐसा नहीं होगा। आप एक सांसद ही नहीं, आप एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए हैं, एलओपी के पद की अपनी एक गंभीरता होती है.