PM Modi New Team: पीएम मोदी की टीम में बदलाव, BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने तारिक मंसूर, कांग्रेस से आए अनिल एंटनी को भी मिली बड़ी ज़िम्मेदारी, यहां देखें पूरी सूची
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों के साथ करीब चार घंटे लंबी बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव, एनडीए बैठक, आउटरीच रणनीतियों और पांच राज्यों में चुनावी लड़ाई सहित महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
BJP Party’s New Central Leadership: 29 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की संशोधित सूची जारी की, एमएलसी और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को अपने उपाध्यक्षों में से एक के रूप में लाया है, जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल को बीजेपी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया. इससे पहले इसी साल अप्रैल में अनिल बीजेपी में शामिल हुए थे. कांग्रेस की आलोचना करते हुए, अनिल एंटनी ने कहा था कि पार्टी के कई सदस्य मानते हैं कि एक "विशेष" परिवार के लिए काम करना उनका कर्तव्य है. यह भी पढ़ें: BJP सांसद नरेश बंसल ने खड़ा किया विवाद, 'INDIA' का नाम बदलकर 'भारत' करने की मांग
तेलंगाना इकाई के पूर्व प्रमुख बंदी संजय कुमार पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से लोकसभा सांसद राधा मोहन सिंह को पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. पार्टी ने कर्नाटक के नेता सी टी रवि और असम से लोकसभा सांसद दिलीप सैकिया को महासचिव पद से हटा दिया है, समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों ने संकेत दिया है कि वे 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
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सूची में 13 उपाध्यक्ष, नौ महासचिव, संगठन प्रभारी के रूप में बीएल संतोष और 13 सचिव शामिल हैं.
इस बीच शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों के साथ करीब चार घंटे लंबी बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव, एनडीए बैठक, आउटरीच रणनीतियों और पांच राज्यों में चुनावी लड़ाई सहित महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
बैठक के दौरान, नड्डा ने पार्टी के मेगा संपर्क अभियान की प्रगति की समीक्षा की और केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से उनके दौरों और आउटरीच प्रयासों के बारे में जानकारी मांगी. चर्चा में पांच राज्यों में आगामी चुनावों के लिए पार्टी का खाका और लोकसभा चुनावों के लिए अपनाई जाने वाली रणनीतियां भी शामिल थीं.
भाजपा का लक्ष्य राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में जनता के बीच अपनी सक्रिय उपस्थिति को बढ़ाना है, क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.