नई दिल्ली, 29 जनवरी 2021. केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) का बजट 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) पेश करने जा रही हैं. कोरोना महामारी (COVID-19) के चलते आर्थिक संकट का सामना सभी को करना पड़ा है. यही कारण है कि सरकार के इस बजट (Budget 2021) से काफी उम्मीदें सभी को हैं. हर कोई चाहता है कि मोदी सरकार उन्हें ध्यान में रखकर फैसले ले. यही कारण है कि दिग्गजों की तरफ से कहा जा रहा है कि सरकार विकास पर अधिक जोर देने के इरादे से फैसले ले सकती है.
बता दें कि मोदी सरकार खासकर नौकरीपेशा वालों को ध्यान में रखकर फैसले ले सकती है. इसमें सबसे बड़ा मसला यही है कि उन्हें टैक्स में छुट मिले. रियल स्टेट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए भी हो सकता है बजट में सरकार कोई फैसला ले. एमएसएमई क्रेडिट गारंटी स्कीम को अधिक एक्सपांड करने की कोशिश भी सरकार की हो सकती है. यह भी पढ़ें-Economic Survey 2021: आगामी वित्त वर्ष में आर्थिक ग्रोथ 11% रहने का अनुमान, 2 साल में सामान्य हो जाएगी अर्थव्यवस्था
वहीं माना जा रहा है कि बजट में स्वास्थ सेवाओं पर केंद्र का जोर अधिक हो सकता है. इसलिए स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए निर्मला सीतारमण कुछ घोषणाएं कर सकती है. रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि बजट में 100 बेड से कम अस्पतालों में टैक्स छुट की रियायत का प्रावधान केंद्र की तरफ से लाया जा सकता है. साथ ही हेल्थ से जुड़े निवेश पर भी टैक्स छुट का फायदा सरकार दे सकती है.