Economic Survey 2019: मोदी सरकार आज गुरुवार को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला आर्थिक सर्वे संसद में पेश करेगी. केवी सुब्रमण्यम (K V Subramanian) ने इस आर्थिक सर्वे को तैयार किया है. आर्थिक सर्वे रिपोर्ट को बजट से ठीक एक दिन पहले संसद में पेश किया जाता है. इस आर्थिक सर्वे के लिए बीजेपी ने व्हिप जारी कर अपने सांसदों को सदन में उपस्थित रहने को कहा है. पार्टी ने सांसदों से कहा है कि वे हर हाल में गुरुवार को लोकसभा में मौजूद रहें.
दरअसल आर्थिक सर्वे अर्थव्यवस्था के पिछले एक साल का रिपोर्ट कार्ड होता है. जिसमें अगले वित्तवर्ष के नीतिगत फैसलों के संकेत छिपे होते हैं. आर्थिक सर्वे को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए वित्त मंत्रालय के सबसे प्रमाणिक और संग्रहणीय दस्तावेज माना जाता है. आर्थिक सर्वे आम बजट के लिए नीति दिशा-निर्देश के रूप में कार्य करता है.
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Looking forward with excitement to table my first - and the new Government's first - Economic Survey in Parliament on Thursday. #EcoSurvey2019
— K V Subramanian (@SubramanianKri) July 2, 2019
वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार आर्थिक सर्वे को तैयार करते हैं. इस बार के आर्थिक सर्वे देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने तैयार किया है. इस सर्वे में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के रास्ते में देश के समक्ष चुनौतियों को रेखांकित किए जाने की संभावना है.
मोदी सरकार 2.0 इस बार आर्थिक सर्वे में कृषि, नौकरी और निवेश एजेंडे पर अधिक फोकस कर सकती है. इसके अलावा फिस्कल डेवलपमेंट, मॉनेटरी मैनेजमेंट, कृषि, निर्यात, उद्योग, इंफ्रास्टक्चर, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी सरकार का फोकस रहेगा.
गौरतलब है कि इस साल 1 फरवरी को तत्कालीन वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था. क्योंकि अगले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाले थे. अब लोकसभा चुनाव के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार 5 जुलाई को पेश करेंगी.