बंगाल में भाजपा की हड़ताल से जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित
(Photo: IANS)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आहूत 12 घंटे की हड़ताल की वजह से रविवार को जनजीवन आंशिक रूप प्रभावित हुआ. बीते तीन दिनों में भाजपा के दो पार्टी कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या के मद्देनजर हड़ताल का आह्वान किया. डाभा गांव में शनिवार सुबह 32 वर्षीय दुलाल कुमार का शव बिजली के खंभे से लटकता मिला था.

भाजपा का दावा है कि मृतक पार्टी का प्रमुख कार्यकर्ता था. भाजपा ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हत्या का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है. भाजपा के एक अन्य कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो (20) का शव भी पिछले सप्ताह उसी जिले के बलरामपुर में पेड़ से लटकते पाया गया था. मृतक की टीशर्ट के पीछे एक संदेश भी लिखा गया था.

हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इन घटनाओं में अपना हाथ होने से इनकार किया है. राज्य सरकार ने मामले को आपराधिक जांच विभाग को सौंप दिया है.

बलरामपुर पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है. हड़ताल ने आंशिक रूप से जनजीवन प्रभावित किया है." अधिकांश दुकाने बंद हैं. निजी वाहन सड़कों से नदारद हैं, जबकि सरकारी वाहन सड़कों पर नजर आ रहे हैं.

कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में बलरामपुर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया.

भाजपा ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने ममता बनर्जी सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है. पुरुलिया के एसपी जॉय बिश्वास ने कहा कि शुरुआती जांच आत्महत्या का मामला लग रहा है.

इस बयान के बाद बिश्वास को ममता बनर्जी सरकार ने राज्य सशस्त्र पुलिस 9 वें बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर के पद पर स्थानांतरित कर दिया और आकाश मगारिया को पुरुलिया का एसपी बना दिया.