मनोज तिवारी ने गृहमंत्री राजनाथ को लिखी चिट्ठी, NRC की तरह दिल्ली में भी सर्वे की मांग की
गौरतलब है कि इससे पहले टीएमसी, एसपी, आरजेडी, टीडीपी, आप, बसपा और जेडी (एस) ने एनआरसी का विरोध करते हुए कहा कि एनआरसी 'अपने ही देश के नागरिकों को शरणार्थी बनने के लिए बाध्य कर रहा है.
नई दिल्ली: असम के एनआरसी मुद्दे के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में एनआरसी सर्वे कराए जाने की मांग उठने लगी है. बुधवार को BJP सांसद और दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा, 'कृपया दिल्ली में भी NRC की तरह सर्वे कराएं जाने की मांग की है. तिवारी ने चिट्ठी में लिखा कि दिल्ली में भी बड़ी संख्या में रोहिंग्या और विदेशी घुसपैठिए रह रहे हैं उनमें से कइयों ने आधार और राशन कार्ड भी बनवा लिया है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली से सांसद तिवारी ने इसी तरह दिल्ली सरकार को भी चिट्ठी लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की पहचान कर उन्हें बाहर करने की मांग की है.
गौरतलब है कि इससे पहले टीएमसी, एसपी, आरजेडी, टीडीपी, आप, बसपा और जेडी (एस) ने एनआरसी का विरोध करते हुए कहा कि एनआरसी 'अपने ही देश के नागरिकों को शरणार्थी बनने के लिए बाध्य कर रहा है. आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया, 'यह भाजपा की बांटने वाली एक चाल है.
मनोज तिवारी ने यहां पत्रकारों को बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर सीएम अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है. तिवारी ने आगे कहा कि, 'कृपया दिल्ली में भी (NRC की तरह) सर्वे कराएं क्योंकि यहां बड़ी संख्या में रोहिंग्या और घुसपैठिए रह रहे हैं, जिनमें से बहुत से लोगों के पास आधार और राशन कार्ड भी हैं.
बता दें कि राज्यसभा में मंगलवार को एनआरसी पर चर्चा के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने शाह से माफी मांगने की मांग की.