MP By-Election 2020: BJP के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कांग्रेस पर कसा तंज, कहा- कांग्रेसी झूठ बोलने का बना रहे हैं रिकार्ड
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस के लोग झूठ बोलने का रिकार्ड बना रहे हैं. वहीं किसान कांग्रेस के दावों की पोल खोलने में लगे हैं. विधानसभा उप-चुनाव के तहत मांधाता, नेपानगर, हाटपिपल्या और ब्यावरा में बीजेपी उम्मीदवारों समर्थन में जनसभा को संबोधितकिया और कहा कि ये चुनाव सिर्फ 28 विधानसभा सीटों का चुनाव नहीं, पूरे मध्यप्रदेश का चुनाव है.
भोपाल, 23 अक्टूबर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस के लोग झूठ बोलने का रिकार्ड बना रहे हैं. वहीं किसान कांग्रेस (Congress) के दावों की पोल खोलने में लगे हैं. राज्य में विधानसभा उप-चुनाव के तहत मांधाता, नेपानगर, हाटपिपल्या और ब्यावरा में भाजपा उम्मीदवारों समर्थन में जनसभा केा संबोधित करते हुए शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि ये चुनाव सिर्फ 28 विधानसभा सीटों का चुनाव नहीं, पूरे मध्यप्रदेश का चुनाव है. ये किसी जाति या क्षेत्र का भी चुनाव नहीं है, बल्कि ये प्रदेश को बचाने का चुनाव है.
ये गरीबों के हितों का चुनाव है, गरीब कल्याण की योजनाओं को बनाए रखने का चुनाव है. इसलिए मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) को स्वर्णिम बनाने के लिए भाजपा को जिताने का संकल्प लें. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग झूठ बोलने का रिकॉर्ड बना रहे हैं. पहले इन्होंने 10 दिनों में कर्जमाफी का झूठा वादा किया. अब कह रहे हैं कि 26 लाख लोगों का कर्ज माफ कर दिया, यह भी झूठ है. मीडिया के सामने कई किसान भाइयों ने कांग्रेस के इस दावे की पोल खोल दी है.
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दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार से दूर होने पर तंज सकते हुए शर्मा ने कहा कि जिन्होंने 15 महीने पर्दे के पीछे से कांग्रेस की सरकार चलाई, उन दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने चुनाव में पर्दे के पीछे छुपा रखा है, क्योंकि वे खुद कहते हैं कि मेरे आने से वोट कट जाते हैं. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के मंत्रियों, विधायकों ने अपने पदों से इस्तीफे दे दिये और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी. क्या कोई अपने पद से ऐसे ही इस्तीफा दे देता है?
कांग्रेस की सरकार में मंत्रियों, विधायकों की सुनवाई नहीं होती थी. मुख्यमंत्री के पास इनसे मिलने का समय नहीं होता था. कांग्रेस की सरकार ने कोई वादा पूरा नहीं किया और इन लोगों को लगा कि अगर वादे पूरे नहीं हुए, तो जनता को क्या जवाब देंगे? इसलिए मंत्रियों-विधायकों ने इस्तीफे दिये. उन्होंने कहा कि विकास संबंधी जिन कामों के लिए कमलनाथ अपने विधायकों से पैसे की कमी का बहाना बनाते थे, वो विकास कार्य शिवराज सिंह चैहान की सरकार ने पांच महीनों में कर दिये.