CWC Meeting: कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक और सोनिया गांधी के भाषण पर BJP ने दिया यह बयान
कांग्रेस और बीजेपी का चुनाव चिन्ह (File Photo)

नई दिल्ली:  कांग्रेस वर्किंग कमेटी ( Congress Working Committee) की बैठक में अध्यक्षा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के भाषण पर टिप्पणी करते हुए भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) लोकतंत्र खतरे में होने की बात करते रहते हैं लेकिन खुद उनकी पार्टी कांग्रेस में ही आंतरिक लोकतंत्र नहीं बचा है. भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि सबको यह पता है कि सोनिया गांधी ने किन हालातों में यह बैठक बुलाई थी.

भाजपा नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी की अंदरूनी कलह और जी- 23 के नेताओं की बार-बार मांग के बाद यह बैठक तो बुलाई गई लेकिन सोनिया गांधी के ओपनिंग भाषण से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस की विफलता और कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों की विफलता को लेकर जनता की मांग का कोई उत्तर नहीं मिला है. यह भी पढ़े: CWC Meeting: कांग्रेस में एक बार फिर उठी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग, मिला यह जवाब

गौरव भाटिया ने कहा कि यह कांग्रेस वकिर्ंग कमेटी की बैठक की बजाय परिवार बचाओ वकिर्ंग कमेटी की बैठक ज्यादा है और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के भाषण से यह साफ जाहिर हो गया कि कांग्रेस अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए कुछ भी कर सकती है. मीडिया से बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस का अंदरूनी कलह उनका आंतरिक मामला हो सकता है लेकिन देश की मुख्य विपक्षी पार्टी की लोकतंत्र में भूमिका अहम होती है और इस लिहाज से यह सिर्फ कांग्रेस का अंदरूनी मामला नहीं रह जाता है.

सोनिया गांधी के भाषण को लेकर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सोनिया गांधी ने किसानों की बात की लेकिन वो हनुमानगढ़ और मोगा पर चुप रहती हैं। कांग्रेस शासित राज्यों में दलित उत्पीड़न की घटना को लेकर चुप रहती हैं. सिंधु बॉर्डर पर हुई हत्या और तालिबानी सोच को लेकर कांग्रेस की बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई. भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र में भी कांग्रेस ने झूठ ही लिखा हुआ है. भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस अध्यक्षा पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की स्वघोषित और पूर्णकालिक अध्यक्षा को अपने संसदीय क्षेत्र में जाने का मौका नहीं मिला, बतौर सांसद वो विफल रही हैं.