नई दिल्ली: चिराग पासवान (Chirag Paswan) और पशुपति कुमार पारस (Pashupati Paras) के बीच पार्टी को लेकर जारी सियासी लड़ाई थमाने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों नेताओं में यह तय नहीं हो पा रहा है कि एलजेपी का असली उत्तराधिकारी कौन है. क्योंकि दोनों नेताओं की तरफ से दावा किया जा रहा है कि एलजेपी पर उनका हक हैं. इसी लड़ाई के बीच चुनाव आयोग (Election Commission) ने लोक जनशक्ति पार्टी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी का चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया है. आयोग की तरफ से कहा गया कि पशुपति या चिराग के दो समूहों में से किसी को भी एलजेपी के चुनाव चिन्ह उपयोग करने की अनुमति नहीं हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चिराग पासवान और पशुपति पारस, दोनों गुटों को चार 4 अक्टूबर को दोपहर एक बजे तक अपनी पार्टी का नाम और नए सिंबल के लिए आयोग में आवेदन देना होगा. इसके बाद दोनों को अलग-अलग चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे. यह भी पढ़े: चाचा-भतीजे की लड़ाई में तेजस्वी को नजर आ रहा है अवसर? RJD नेता चिराग पर डाल रहे डोरे, बन सकते नए समीकरण
एलजेपी का चुनाव चिह्न फ्रीज:
Election Commission of India (ECI) freezes Lok Janshakti Party's symbol amid tussle between factions of Chirag Pawan and Pashupati Kumar Paras pic.twitter.com/YmWQb5tyMe
— ANI (@ANI) October 2, 2021
बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी में दो गुट हो गया है. चिराग पासवान अकेले पड़ गए हैं तो वहीं बाकी सांसद उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के साथ चले गए हैं. दोनों के बीच लगातार तनातनी है. अब पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर आयोग के पास मामला पहुंच गया है. क्योंकि पार्टी पर दोनों नेताओं की तरफ से दावा किया जा रहा है कि उनका हक़ है.