Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान संपन्न हो गया.मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। इस चरण में मतदान के साथ ही राजद नेता तेजस्वी, तेजप्रताप सहित 1463 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो गया. बिहार निर्वाचन विभाग के मुताबिक दूसरे चरण में करीब 54 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि इस आंकड़े में परिवर्तन के भी आसार हैं.
दूसरे चरण में राज्य के 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, प्रथम चरण में 2.85 करोड़ मतदाताओं के लिए 41,362 मतदान केंद्र बनाए गए थे। दूसरे चरण में 1,463 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, इनमें से 1316 पुरूष, 146 महिला और एक थर्ड जेंडर शामिल है. इस चरण के चुनाव में महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 27 प्रत्याशी हैं जबकि दरौली विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने मतदान संपन्न होने के बाद पत्रकारों को बताया कि अब तक मिले आंकडों के मुताबिक दूसरे चरण में 54.05 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि अभी कुछ इलाकों के आंकडे नहीं आए हैं, इस कारण इसमें कुछ परिवर्तन की संभावना है.
उन्होंने बताया कि अब तक मिले आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिमी चंपारण में 55.99 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 56.75, शिवहर में 56.04, सीतामढी में 57.40, मधुबनी में 52.67, दरभंगा में 54.15, मुजफ्फरपुर में 59.98, गोपालगंज में 55.09, सीवान में 51.88, सारण में 54.15 प्रतिशत, वैशाली में 51.93, समस्तीपुर में 56.02, बेगूसराय में 58.67, खगड़िया में 56.10, भागलपुर में 54.54, नालंदा में 51.06 तथा पटना में 48.23 प्रतिशत मतदाताओं अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव यानी 2015 के विधानसभा चुनाव में इन क्षेत्रों में कुल 56.17 प्रतिशत मतदान दर्ज किए गए थे. राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, सुबह मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या कम थी, बाद में दिन चढ़ने के बाद मतदाताओं की संख्या बढ़ने लगी। प्रारंभ में कुछ मतादन केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे तुरंत दुरूस्त कर दिया गया.
इस चरण के चुनाव में मतदाताओं ने राजद के नेता तेजस्वी यादव, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र और तेजस्वी के भाई तेजप्रताप यादव, पटना साहिब के सांसद रहे और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा के राजनीतिक भविष्य दांव पर लगे हुए हैं. इसके अलावा इस चरण में मतदाताओं ने प्लुरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी के सियासी भविष्य का फैसला ईवीएम में बंद कर दिया है। इस चरण में पटना साहिब से पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मधुबन से सहकारिता मंत्री रंधीर सिंह, नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का भी राजनीतिक भविष्य दांव पर है.
इस चरण में राजद के 56 तो जदयू के 43 उम्मीदवारों के अलावा भाजपा के 46, कांग्रेस के 24, सीपीआई के चार, सीपीएम के चार, लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के 52 तथा रालोसपा के 36 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. बिहार के चुनावी दंगल में राजग से सीधी टक्कर विपक्षी दल के महागठबंधन से मानी जा रही है। भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में जदयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं., जबकि केंद्र में राजग की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) यहां अलग होकर चुनाव मैदान में है। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं.
बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। इसके तहत प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर मतदान हो चुका है। तीसरे चरण के लिए सात नवंबर को 78 सीटों के लिए मतदान होगा. वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।,