कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी (H. D. Kumaraswamy) ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राजधानी में कुछ इलाके सील करने की जगह पूरे शहर को ही 20 दिन के लिए बंद कर दिया जाना चाहिए. जनता दल (सेक्युलर) के नेता ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि कुछ इलाके सील करने से लक्ष्य पूरा नहीं होगा और समाज के कमजोर वर्गों पर भी तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए.
कुमारस्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘ लोगों की जिंदगियों से खेलना बंद करें. कुछ इलाके सील करने से कोई फायदा नहीं होगा. अगर आपको बेंगलुरू के लोगों की चिंता है तो पूरे शहर को 20 दिन के लिए बंद कर दीजिए. नहीं तो बेंगलुरू दूसरा ब्राजील बन जाएगा. अर्थव्यवस्था से अधिक जरूरी लोगों की जिंदगी है.’’ उन्होंने कहा कि चालकों, बुनकर, धोबियों और अन्य वर्गो के लिए केवल राहत पैकेज की महज घोषणा पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कमजोर तबकों को तत्काल राशन की आपूर्ति करने और 50 लाख मजदूरों को कम से कम 5,000 रुपये देने की मांग की. यह भी पढ़े: कर्नाटक: एच.डी. कुमारस्वामी की अगुआई वाली गठबंधन सरकार का बहुमत सिद्ध करने के लिए विधानसभा में कार्यवाही जारी
I urge @CMofKarnataka to immediately announce lock down for 20 days, especially for Bengaluru. I also urge him to grant a compensation of at least Rs. 5000 through DBT to all daily wage workers including cab/auto drivers and weavers.
4/4
— H D Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) June 23, 2020
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ राहत पैकेजों की महज घोषणा पर्याप्त नहीं होगी. इसको तुरंत क्रियान्वित किया जाए. सरकार एक भव्य तस्वीर दिखाकर बेपरवाह होकर नहीं बैठ सकती.’’
कर्नाटक सरकार ने सोमवार को शहर के उन पांच स्थानों को सील कर दिया, जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए थे. मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में यह फैसला किया था. कर्नाटक में कोविड-19 के 249 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 9,399 हो गए हैं. पांच और लोगों की जान जाने से मृतक संख्या बढ़कर 142 हो गई है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)