कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद भी बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच आपसी झड़प थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) उत्तर 24 परगना जिले में कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद भड़क गई है. जिसके बाद से सूबे की राजनैतिक माहौल काफी गरम है. इसी कड़ी में बीजेपी ने काला दिवस मनाने का ऐलान किया है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.
इस बीच राजनीतिक हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार को लताड़ लगाते हुए एडवाइजरी जारी किया था. वहीं जिस पर राज्य सरकार ने यह जवाब दिया है. गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है,‘हिंसा के सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई की गई'. बीजेपी ने इस हिंसा के विरोध में सोमवार को बंगाल बंद का आह्वान किया है.
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बता दें कि रविवार को भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरी 24 परगना जिले में स्थित तनावग्रस्त संदेशखाली इलाके का दौरा किया. यहां भगवा संगठन और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बीच हुई झड़प में कम से कम तीन लोग मारे गए थे. मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता अपने साथी कार्यकर्ताओं के शव का अंतिम संस्कार कोलकाता ले जाकर करना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें कोलकाता पहुंचने से पहले ही बीच रास्ते में ही रोक लिया. इसी बात पर बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए. इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के अनेक हिस्सों में हिंसा और लोगों के मारे जाने की खबरें आई हैं.